मां वाराही धाम की धरती में बगवाल 19 अगस्त को…11 दिनी देवीधुरा मेले का श्रीगणेश 16 अगस्त को

चंपावत मेंं डीएम नवनीत पांडे और विधायक खुशाल सिंह अधिकारी की मौजूदगी में हुई बैठक में व्यवस्थाओं पर मंथन
सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त होंगे, पार्किंग, यातायात सहित सभी प्रबंध करने का दावा
देवीधुरा क्षेत्र के स्कूल 18 अगस्त से 20 अगस्त तक बंद रहेंगे
देवभूमि टुडे
चंपावत। मां वाराही धाम की धरती देवीधुरा में बगवाल मेला 11 दिन तक चलेगा। 16 अगस्त से शुरू होने वाले मेले में धर्म, मान्यता, पंरपरा और संस्कृति की छटा बिखरेगी। देवीधुरा के 11 दिनी मेले में बगवाल रक्षाबंधन के दिन 19 अगस्त को होगी। शुक्रवार को कलक्ट्रेट मे डीएम नवनीत पांडे की अध्यक्षता में हुई बैठक में व्यवस्थाओं पर मंथन हुआ। लोहाघाट के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने मेले की पुरातन परंपरा और मान्यताओं को कायम रखते हुए भव्य रूप से कराने के लिए सभी व्यवस्थाओं को समय पर पूरा करने को कहा। बैठक में सुरक्षा, यातायात, पार्किग, बिजली, पेयजल सहित सभी व्यवस्थाओं पर मंथन हुआ। देवीधुरा क्षेत्र के स्कूल 18 अगस्त से 20 अगस्त तक बंद रहेंगे।
मेले के सुरक्षा पहलु पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है। एसपी अजय गणपति ने कहा कि मेले के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मी के अलावा सीसीटीवी का सहारा लिया जाएगा। देवीधुरा बाजार क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाए जाएंगे। सीसीटीवी का कंट्रोल रूम देवीधुरा स्थित पुलिस चौकी में बनाया जाएगा। एसडीआरएफ और जल पुलिस भी मेला क्षेत्र में तैनात रहेगी। बगवाल वाले दिन यातायात व्यवस्था को संवारने के लिए पुलिस विभाग अभी से यातायात प्लान तैयार करगा। देवीधुरा क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत पुराने घरों को चिन्हित किया जाएगा।
लोनिवि के ईई और जिला पंचायत के एएमए को मेला क्षेत्र में नालियों की सफाई और झाड़ी कटान शुरू करने के निर्देश दिए। जल संस्थान के ईई को मेले के दौरान पेयजल के पुख्ता इंतजामात करने के निर्देश दिए। ईई विलाल युनूस ने बताया कि पार्किंग स्थलों के साथ ही जगह-जगह अस्थाई स्टेंड पोस्ट लगाए जा रहे हंै। खराब हैंडपंपों की मरम्मत कराई जा रही है। लोनिवि से सभी मार्गों पर जेसीबी की तैनाती करने को कहा गया है। बगवाल के दौरान चोटिल होने पर बगवाली वीरों के फौरन इलाज के लिए मेला क्षेत्र में जरूरी दवाओं के साथ 108 एबुंलेंस और पर्याप्त चिकित्सक तैनात रहेंगे।
मेलावधि के लिए भैसर्ख में पुलिस चौकी के पास अस्थाई पार्किंग व्यवस्था करने के ग्रामीण निर्माण विभाग को निर्देश दिए। परिवहन विभाग को टैक्सियों के किराए का निर्धारण कर वाहनों में सूची चस्पा करने और हादसो को रोकने के लिए पुलिस के साथ मिलकर वाहनों की चेकिंग करने को कहा गया। मेले के दौरान आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता के लिए रसोई गैस सिलिंडर, दूध, दही, घी, मक्खन, पनीर आदि की आपूर्ति करने के साथ ही अन्य जरूरी उपाय करने की हिदायत दी गई। समाज कल्याण विभाग 21 अगस्त को बहुउद्देश्याीय शिविर लगाएगा। मेले के दौरान वॉलीबॉल सहित विभिन्न खेलकूद, साहसिक खेल, सामान्य ज्ञान आदि प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी।
ये रहे बैठक मेें मौजूद: पाटी की ब्लॉक प्रमुख पाटी सुमनलता, चंपावत के विधायक के प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, मां वाराही मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट, एसडीएम रिंकू बिष्ट, सीओ वंदना वर्मा, जिला पंचायत के एएमए भगवत पाटनी आदि।
परंपरा निभाने को खेली जाती है बगवाल
चंपावत। चारों खाम (चम्याल, गहरवाल, लमगडिय़ा और वालिग) सहित कुल सात थोकों के योद्घा रक्षाबंधन के दिन पूजा-अर्चना के बाद फल-फूलों से बगवाल खेलते हैं। माना जाता है कि पहले कभी यहां नरबलि दिए जाने का रिवाज था, लेकिन जब चम्याल खाम की एक वृद्धा के एकमात्र पौत्र की बलि के लिए बारी आई, तो वंशनाश के भय से बुजुर्ग महिला ने मां बाराही की तपस्या की। देवी मां के प्रसन्न होने के बाद बगवाल की यह परंपरा शुरू हुई। तभी से बगवाल का सिलसिला चल रहा है।

देवीधुरा बगवाल की पुरानी फोटो।
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