उचौलीगोठ के ग्रामीणों ने एसडीएम के जरिए CM को भेजा ज्ञापन
अनदेखी पर धरना देंगे ग्रामीण
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। 8 जुलाई को क्षेत्र में हुई भारी बारिश से उचौलीगोठ के कई इलाकों में भारी नुकसान हुआ था। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव को नुकसान तो खूब हुआ, लेकिन भरपाई नहीं की गई। लोगों को हुए नुकसान के मुआवजे की मांग को लेकर 19 जुलाई को उचौलीगोठ के ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया और एसडीएम के जरिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। आरोप लगाया कि मुआवजा नहीं मिलने और लगातार भू कटाव से बचाव के कारगर उपाय नहीं किए जा रहे हैं। कहा गया कि ग्राम प्रधान ने ग्रामीणों को हुए नुकसान की सूची बनाकर प्रशासन को भेजी थी, लेकिन अब तक आपदा राहत राशि नहीं बांटी गई है। सामाजिक कार्यकर्ता गणेश सिंह महर के साथ ग्रामीणों ने राहत राशि नहीं बांटे जाने को लेकर तहसील का घेराव किया। बाद में मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। ग्रामीणों ने कहा कि उचौलीगोठ के बूम क्षेत्र में आस्था का प्रतीक बरगद का पुरातन वृक्ष भी शारदा नदी के भू कटाव की जद में है। भू कटाव होने से मंदिर क्षेत्र में पीपल व बरगद आदि के पेड़ों की जड़ें दिखाई देने लगी हैं, जिनसे कभी भी खतरा हो सकता है। कभी भी धराशायी हो सकते हैं। ग्रामीणों ने भू कटाव रोकने के लिए तुरंत प्रभावी बंदोबस्त और वाजिब मुआवजा देने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर समूचे ग्रामीणों ने धरने की चेतावनी दी है। ज्ञापन में गणेशा महर, मनोज कुमार, मोहन राम, राम प्रसाद, नारायणराम, पुष्पा देवी ,बबली देवी, मुन्नी देवी, तुलसी देवी सहित कई ग्रामीणों के नाम हैं। वहीं SDM आकाश जोशी का कहना है कि आपदा से होने वाले नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।