जल निगम के चंपावत डिवीजन कार्यालय पहुंचे नेपाल सीमा से लगे दिगालीचौड़ क्षेत्र के लोग
नलों से मिल रहा पानी न टैंकरों से, अगले चरण में एसडीएम कार्यालय में करेंगे निर्जला व्रत
देवभूमि टुडे
चंपावत/दिगालीचौड़। भीषण गर्मी के बीच चंपावत पहुंचे दिगालीचौड़ के लोगों ने पानी की मांग को जल निगम डिवीजन कार्यालय परिसर में निर्जला व्रत रखा। नेपाल सीमा से लगे लोहाघाट विकासखंड के गुमदेश क्षेत्र के दिगालीचौड़ से आए ग्रामीणों की एक ही मांग थी कि उन्हें पानी मिले। न नलों से पानी मिल रहा है और नहीं कोई वैकल्पिक इंतजाम किए गए हैं। अनेकों बार आग्रह करने के बाद कोई समाधान नहीं होने से नाराज लोगों ने अपनी मांग को उठाने के लिए निर्जला व्रत का सहारा लिया। ग्रामीणों ने समाधान नहीं होने पर लोहाघाट एसडीएम कार्यालय में निर्जला व्रत रखने और इसके बाद भी हल नहीं निकलने पर जिलाधिकारी कार्यालय में दस्तक देने की बात कही है।
हरेश्वर महादेव संघर्ष समिति के अध्यक्ष मनोहर जोशी और जिला पंचायत के पूर्व सदस्य पुष्कर सिंह बोहरा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने 18 जून को निर्जला व्रत रख गांधीवादी तरीके से आवाज उठाई। कहा कि दिगालीचौड़ क्षेत्र में पुरानी पेयजल योजना के स्रोत का पानी सूखने के साथ ही 13 में से अधिकांश हैंडपंपों से भी पानी नहीं मिलने से बाजार सहित पांच ग्राम पंचायतों में पेयजल संकट गहरा गया है। जल निगम ने जो एक पिकअप लगाया भी है, उससे भी आठ से नवें दिन पिकअप से पानी मिल रहा है। ये पानी भी ऊंट के मुंह में जीरा है।
नागरिकों का कहना था कि दिगालीचौड़ में निगम की पेयजल योजना का 80 प्रतिशत काम पूरा होने के बावजूद टेस्टिंग के नाम पर पानी नहीं मिल रहा है। पानी की कमी से रोजमर्रा की जिंदगी, साफ-सफाई से लेकर मवेशियों तक पर असर पड़ रहा है। निर्जला व्रत रखने वालों में ग्राम प्रधान मोनू बिष्ट, पूजा भट्ट, पवन राम, संजय कुमार भट्ट, भीम दत्त भट्ट, देवकी देवी सहित कई लोग शामिल थे।