45 यात्रियों के सफर में घंटों आई अड़चन, लंबे इंतजार के बाद आगे रवाना हुए मुसाफिर
एक बस का स्प्रिंग कटने से पहिया जाम, तो दूसरी बस के डीजल प्रेशर पाइप इंजेक्टर के फटने से थमे पहिये
देवभूमि टुडे
चंपावत/पिथौरागढ़। रोडवेज को भले ही कुछ नई बसें मिल गई हो, लेकिन फिर भी बसों के रास्ते में खराब होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। 11 नवंबर को ही दो बसें मुसाफिरों को यात्रा के बीच में दगा दे गई। एक बस देश की राजधानी दिल्ली को जा रही थी, जबकि दूसरी बस प्रदेश की राजधानी देहरादून से आ रही थी। बाद में रोडवेज प्रबंधन ने दूसरी बसों से फंसे 45 यात्रियों को आगे के लिए रवाना कराया।
सीमांत जिले पिथौरागढ़ के रोडवेज डिपो की दो बस 11 नवंबर पूर्वान्ह चंपावत जिले में जवाब दे गई। देहरादून से पिथौरागढ़ जा रही बस (UK07/ PA 2819) चंपावत खटकना पुल के पास गच्चा दे गई। चालक शंकर ने बताया कि बस का स्प्रिंग कटने से पहिया जाम हो गया। बस के 23 यात्रियों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। परेशान हाल मुसाफिरों को बाद में दूसरी बस से पिथौरागढ़ के लिए रवाना करना पड़ा।
वहीं सोमवार को पिथौरागढ़ डिपो की एक और बस (UK 07PA/4287) जो पिथौरागढ़ से दिल्ली जा रही थी, बाराकोट के पास बापरू में खराब हो गई। डीजल प्रेशर पाइप इंजेक्टर के फटने से बस जवाब दे गई। बस में आई खामी से सवार 22 यात्रियों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। डेढ़ घंटे से अधिक वक्त तक इन यात्रियों को बीच मंझधार में इंतजार करना पड़ा। पिथौरागढ़ के सहायक मंडलीय प्रबंधक रविशेखर कापड़ी का कहना है कि इन यात्रियों को पिथौरागढ़ से गई बस के जरिए आगे भेजा गया। सहायक मंडलीय प्रबंधक कापड़ी ने बताया कि 10 नई बसों सहित पिथौरागढ़ डिपो में कुल 58 बसें हैं। इसमें करीब 10 प्रतिशत बसें ऑफ रूट है। हर बस को चेक करने के बाद रूट पर भेजा जा रहा है।