उत्तराखंड राज्य बनने के बाद के शुरुआत के प्रकरण भी हैं अब तक लंबित
देवभूमि टुडे
चंपावत/देहरादून। उत्तराखंड रोडवेज मृतकाश्रित संगठन ने रोडवेज में छूटे मृतकाश्रितों को नियुक्ति देने की मांग की है। कहा कि मृतकाश्रित कोटे की नियुक्ति प्रक्रिया में राज्य गठन से पहले के छूटे मृतकाश्रितों को शामिल किया जाए। संगठन के अध्यक्ष व राज्य आंदोलनकारी गंगागिरी गोस्वामी के नेतृत्व में 8 दिसंबर को एक शिष्टमंडल ने देहरादून में रोडवेज के उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर मृतकाश्रितों की मांगों की जानकारी दी।
सरकार ने लंबे समय के बाद मृतकाश्रितों की नियुक्ति प्रक्रिया पर लगी रोक हटाई है, लेकिन यह प्रक्रिया 2017 के बाद केवल 195 पदों के लिए ही है। जबकि मृतकाश्रित इससे काफी ज्यादा हैं। कहा कि राज्य बनने के बाद के शुरुआत के प्रकरण भी अब तक लंबित हैं। रोडवेज के तमाम मृतकाश्रित ठोकरें खाने को मजबूर हैं। मृतकाश्रितों की नियुक्ति में 5 साल की अवधि के भीतर आवेदन नहीं करने से नौकरी से वंचित हो गए। इस संबंध में मांग पत्र परिवहन विभाग के प्रबंध निदेशक, महाप्रबंधक एवं विभागीय सचिव परिवहन के अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय के सचिव को भी सौंपा गया। शिष्टमंडल में पुष्पा गुप्ता, कमलेश देवी, इंदिरा देवी, कुलदीप कुमार शामिल थे। अधिकारियों ने इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।