लोहाघाट विकासखंड के मटियानी गांव में मलबे में दबे दूसरे व्यक्ति की जान गई, पूर्व कल शुक्रवार को मटियानी और ढरोज में एक-एक महिला की हो चुकी मौत, टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग तीसरे दिन भी बंद रहा, एनएच सहित चंपावत जिले की 60 सड़कें अब भी बंद, स्वांला और अमोड़ी के बीच फंसे 37 लोगों को प्रशासन ने निकाला
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले में हुई मूसलाधार बारिश में मरने वालों का आकड़ा दो से बढ़कर तीन हो गया है। लोहाघाट विकासखंड के मटियानी गांव में भूस्खलन से कल 13 सितंबर को मकान के भीतर दबे 15 साल के बच्चे जगदीश सिंह पुत्र मदन सिंह का शव 14 सितंबर की शाम बरामद किया गया। लापता किशोर की तलाश में दिनभर प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जुटी रही। शनिवार शाम का किशोर जगदीश सिंह का शव मिला। इससे पूर्व मटियानी में भूस्खलन से एक महिला शांति देवी (60) पत्नी मान सिंह और ढरोज गांव में गौशाला में दबने से माधवी देवी पत्नी पीतांबर भट्ट की कल 13 सितंबर को ही मौत हो गई थी। एक महिला का कल और दूसरी महिला व बच्चे का मौके पर ही पोस्टमार्टम कराया गया है। वहीं आपदा में जख्मी एक महिला लोहाघाट विकासखंड के फाफर गांव की गीता देवी को हेलीकॉप्टर (एयर एंबुलेंस) से ऋषिकेश AIIMS भेजा गया।
11 सितंबर की शाम से 13 सितंबर तक चंपावत में हुई मूसलाधार (478 मिलीमीटर) बारिश कहर बनकर बरपी। 12 सितंंबर की सुबह से बंद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग लगातार तीसरे दिन बंद रहा। 14 सितंबर को सड़क को खोलने के प्रशासन के तमाम प्रयास सफल नहीं हो सके। मरोड़खान न के पास सड़क के टूटी है। एसपी अजय गणपति ने सड़क का मुआयना किया। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला और अमोड़ी के बीच फंसे करीब 37 लोगों को चंपावत के एसडीएम सौरभ असवाल के नेतृत्व में प्रशासनिक अमले ने निकाला। एनएच सहित चंपावत जिले की 60 सड़कें अब भी बंद हैं। फंसे लोगों को राहत शिविर में भेजा गया है।