पूर्णागिरि की दुष्कर राह…सुगम बनाने में जुटा PWD

हनुमानचट्टी में दो दिन पूर्व WASH OUT हुए 50 मीटर से अधिक हिस्से को रिस्टोर करने के लिए हो रहा दिन-रात काम
मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची टीम ने काम कर रही PWD टीम की थपथपाई पीठ
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। मां पूर्णागिरि धाम की राह फिलहाल दुष्कर बनी हुई है। 11-12 सितंबर की रात की भारी बारिश से 17 जगहों पर रास्ते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था हनुमानचट्टी के पास। ठुलीगाड़-भैरव मंदिर सड़क पर हनुमानचट्टी पर 50 मीटर से अधिक का हिस्सा WASH OUT हो गया था। PWD की टीम 13 सितंबर की रात तक अधिकांश टूटे रास्तों की मरम्मत कर हनुमानचट्टी तक पहुंच गई थी। तबसे इस जमींदोज हो चुकी सड़क को रिस्टोर करने के लिए ताबड़तोड़ कवायद चल रही है। आज 14 सितंबर को पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी के नेतृत्व में समिति की टीम ने मौका मुआयना किया। मंदिर समिति ने सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत के नेतृत्व में कठिन हालात में काम कर रही लोक निर्माण विभाग की टीम की मेहनत की सराहना की।
12 सितंबर के तड़के से मार्ग बाधित होने से पूर्णागिरि धाम की आवाजाही लगातार तीसरे दिन बंद है। सड़क बंद होने से श्रद्धालु देवी दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। PWD की टीम तमाम उपकरणों के साथ 12 सितंबर के पूर्वान्ह से बाटनागाड़ और उससे आगे पूर्णागिरि मार्ग तक डटी रही है। सड़क को सुचारू करने के लिए PWD युद्धस्तर से जुटी है। रोड की मरम्मत के लिए पिछले दो दिनों से दिन और रात दोनों वक्त काम चल रहा है। दो दिनों में हनुमानचट्टी से पूर्व के सभी क्षतिग्रस्त रास्तों को ठीक कर लिया गया है। लोनिवि का कहना है कि हनुमानचट्टी की वॉश आउट रोड को कल 15 सितंबर शाम तक रिस्टोर कर लिए जाने की उम्मीद है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि पूर्णागिरि रोड टनकपुर ककरालीगेट से 16 किलोमीटर तक खोली जा चुकी है। अब हनुमानचट्टी से भैरव मंदिर तक दो किलोमीटर रोड खुलना बाकी है।
आज 14 सितंबर को पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी के नेतृत्व में मंदिर समिति की टीम ने मौका मुआयना कर काम का जायजा लिया। समिति ने सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत के नेतृत्व में कठिन हालात में काम कर रही लोनिवि के अधिकारियों की पीठ थपथपाई। टीम में समिति के उपाध्यक्ष नीरज पांडेय, सचिव सुरेश तिवारी, ग्राम प्रधान पंकज तिवारी, पंडित मोहन पांडेय शामिल थे। रास्ते बंद होने से कल 12 सितंबर से पूर्णागिरि देवी दर्शन भी नहीं हो पा रहे हैं। ना केवल रोड, बल्कि 11 सितंबर की रात से बिजली आपूर्ति भी ठप है। बिजली बंद होने का असर मोबाइल सेवा पर भी पड़ा। बरसात में पूर्णागिरि क्षेत्र में भैरव मंदिर से आगे की पेयजल व्यवस्था भी चरमरा गई है।

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