स्मृति शेष…BSF के जवान की आखिरी यात्रा में उमड़ा जन सैलाब

जब तक सूरज चांद रहेगा दयाल तेरा नाम रहेगा…
गुजरात के कच्छ में गश्त के दौरान लू लगने से 19 जुलाई को हुई थी मल्ला पाटन के दयाल राम की मौत
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। BSF (सीमा सुरक्षा बल) के हेड कांस्टेबल दयाल राम का बेहद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार हो गया। ऋषेश्वर घाट में पार्थिव शव के साथ आई BSF की टुकड़ी ने सलामी दी। श्मशान घाट में BSF के कमांडेंट एमके नेगी, ITBP के कमांडेंट धर्मपाल सिंह रावत, जिला प्रशासन की ओर से लोहाघाट के तहसीलदार जगदीश नेगी, थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने पुष्प चक्र अर्पित किए।
इससे पूर्व शव के लोहाघाट पहुंचते ही दयाल राम की पत्नी ममता देवी शव से लिपट-लिपट कर बेहोश हो गई। हेड कांस्टेबल के तीनों बच्चों के अलावा अन्य परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल था। पैतृक गांव से पार्थिव शव के साथ उमड़ी भीड़ ने -जब तक सूरज चांद रहेगा दयाल तेरा नाम रहेगा… के नारे लगाए। चिता को मुखाग्नि दयाल के बड़े भाई दीवान विश्वकर्मा और नवीन विश्वकर्मा ने दी। पार्थिव शव के साथ आए बीएसएफ के जवान जोगेंद्र सिंह, विजय सिंह, वीरेंद्र, कुलदीप, सोनू के अलावा अंतिम यात्रा में पूर्व जिला पंचायत सदस्य सचिन जोशी, चांद बोहरा, प्रकाश सिंह बोहरा, मोहन चंद्र पाटनी, सुभाष विश्वकर्मा, उमेश कालाकोटी, राकेश पंगरिया, विवेक ओली सहित सैकड़ों लोगों ने विदाई दी। लोहाघाट के मल्ला पाटन निवासी दयाल राम की 19 जुलाई को गुजरात के कच्छ से लगी भारत-पाकिस्तान की अतर्राष्ट्रीय सीमा पर हरामी नाला खाड़ी क्षेत्र में गश्त के दौरान लू लगने से सहायक कमांडेंट के साथ मौत हो गई थी।

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