स्वांला के डेंजर जोन का आयुक्त और मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने किया मुआयना
मिट्टी और पत्थर को सुरक्षात्मक तरीके से हटाते हुए डंपिंग जोन में डालने को कहा
NH में 29 और स्थानों पर हुआ है हल्का भू-धंसाव: DM पांडे
देवभूमि टुडे
चंपावत। कुमाऊं के आयुक्त और मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने शनिवार को टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के टनकपुर-चंपावत के बीच के डेंजर प्वाइंट स्वांला (सितारगंज से 106.300 किमी) के सड़क सुधारीकरण व पहाड़ी ट्रीटमेंट के काम का मुआयना किया। स्वांला में किए जा रहे कार्यों और स्थाई समाधान की जानकारी लेते हुए भू-धंसाव रोकने सहित तमाम खामियों को दूर करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम कर स्थाई हल के निर्देश दिए।
आयुक्त ने कहा कि उक्त स्थान पर सड़क में पहाड़ी से लगातार सड़क पर गिर रहे मलबे और पहाड़ी में हो रहे जल रिसाव के कारण ये पहाड़ी शिथिल होती जा रही है। इसके स्थाई समाधान के लिए एनएच खंड के अधिकारी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेते हुए काम करवाएं और सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करें। आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि एनएच पर कराए जा रहे काम की सतत निगरानी के लिए डीएम नवनीत पांडे की प्रशंसा करते हुए कहा कि जल्द ही सुरक्षागत काम पूरा हो सकेगा। डीएम की मॉनिटरिंग के चलते सड़क पर जहां ग्राउटिंग की गई है, वह स्थिर हो गई है। रावत ने ऊपर से अत्यधिक मात्रा में आ रही मिट्टी और पत्थर को सुरक्षात्मक तरीके से हटाते हुए डंपिंग जोन में डालने की हिदायत भी दी। डीएम नवनीत पांडे ने आयुक्त दीपक रावत को स्वाला के डेंजर जोन में किए जा रहे पहाड़ी के स्थाई ट्रीटमेंट कार्यों की जानकारी दी। सड़क सुधारीकरण के साथ ही पहाड़ी पर मलबा हटाने के लिए एनएच द्वारा पहाड़ी के ऊपर लगाई गई मशीनें लगातार काम कर रही हैं। बताया कि पहाड़ी पर ऐसे जल स्रोत भी हैं, जिनकी वजह से पहाड़ और मिट्टी कमजोर हो रही है। इसके लिए ड्रेंस बनाकर मरम्मत करते हुए पानी की निकासी की जा रही है। डीएम पांडे ने बताया कि एनएच में 28 से 29 और स्थानों पर हल्का भू-धंसाव हुआ है, उन सभी जगहों पर मरम्मत की जा रही है। आयुक्त के दौरे के दौरान जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल, राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के सहायक अभियंता विवेक कुमार, धीरज, बृजेश कुमार, कंपनी के प्रतिनिधि पीडी जोशी आदि मौजूद थे।