लोहाघाट विकासखंड के राईकोट कुंवर गांव में घर की सीढियों से शुक्रवार रात 3 वर्षीय आरव को उठा लिया गया था तेंदुआ
वन विभाग ने गश्त बढ़ाने के अलावा ट्रैप कैमरे, पिंजरे लगाए, पीड़ित के परिजनों को इलाज के लिए फौरी रूप से 30 हजार रुपये दिए
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। तेंदुए के हमले में बुरी तरह जख्मी लोहाघाट विकासखंड के राईकोट कुंवर गांव के 3 वर्षीय बच्चे को चंपावत जिला अस्पताल से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। अलबत्ता बच्चे की हालत अब खतरे से बाहर बताई गई है। वहीं वन विभाग ने भी बच्चे के बेहतर इलाज के लिए लोहाघाट के उप प्रभागीय वनाधिकारी नेहा चौधरी के नेतृत्व में एक टीम हल्द्वानी सुशीला तिवारी अस्पताल भेजी गई है।
प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चंद्र कांडपाल ने बताया कि हमले में जख्मी बच्चे के परिजनों के साथ ही अस्पताल से विभाग लगातार संपर्क में है। गंभीर रूप से घायल होने पर मिलने वाली एक लाख रुपये की राशि में से 30 प्रतिशत रकम औपचारिकताओं को पूरा किए बगैर तत्काल दे दिया गया है। वहीं विभाग ने गश्त बढ़ाने के अलावा ट्रैप कैमरे, पिंजरा भी लगा दिए हैं।
लोहाघाट विकासखंड के राईकोट कुंवर गांव में 18 अक्टूबर की रात 8 बजे 3 वर्षीय आरव पुत्र ईश्वर सिंह कुंवर को तेंदुआ घर की सीढियों से उठा ले गया था। शोरशराबे के बाद तेंदुआ 200 मीटर दूर बच्चे को खेत में छोड़ जंगल की ओर भाग गया। लोहाघाट उप जिला अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद बच्चे को चंपावत जिला अस्पताल लाया गया। मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. प्रदीप सिंह बिष्ट ने बताया कि बच्चे के मुंह, सिर सहित शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। सर्जन और ईमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर ने बच्चे का इलाज किया। खतरे से बाहर होने के बाद सिर की गंभीर चोटों के चलते और परिजनों के आग्रह पर बच्चे को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर किया गया।
पीड़ित को मिले मदद, बचाव के उठाएं कदम: बोहरा
दिनदहाड़े तेंदुआ दिखने से दहशत में लोग
चंपावत/लोहाघाट। राईकोट कुंवर में भले ही तेंदुए की करतूत की पहली घटना सामने आई है, लेकिन लोहाघाट क्षेत्र में कई जगह तेंदुए खौंफ का पर्याय बने हैं। धरमघर, एबटमाउंट, कलीगांव सहित कई इलाकों के आसपास तेंदुए रात में अक्सर कई बार दिखाई देते रहे हैं। राज्य आंदोलनकारी व प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हरगोविंद सिंह बोहरा, मंगोली के ग्राम प्रधान और लोहाघाट के विधायक प्रतिनिधि चांद सिंह बोहरा सहित क्षेत्र के कई लोगों ने तेंदुए के खतरे से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाने का वन विभाग से आग्रह किया है। बोहरा का कहना है कि पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने के अलावा कैमरे, पिंजरा लगाने के साथ जंगल से लगे गांवों के आसपास संवेदनशील इलाकों में उजाले के लिए सौर ऊर्जा का प्रबंध हो। इसके अतिरिक्त वन कर्मियों की गश्त बढ़ाने पर जोर दिया गया है।