UPNL कर्मियों के प्रतिनिधिमंडल से 25 नवंबर को वार्ता करेंगी मुख्य सचिव

UPNL कर्मियों ने सोमवार को देहरादून में किया प्रदर्शन, स्थाईकरण और समान काम के लिए समान वेतन की उठा रहे हैं आवाज

देवभूमि टुडे

चंपावत/देहरादून। UPNL(उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम) कर्मियों ने 11 नवंबर को देहरादून में प्रदर्शन किया। ये कर्मी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुरूप स्थाईकरण और समान काम समान वेतन की मांग को लेकर विरोध जता रहे थे। बाद में उपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल से मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में वार्ता हुई। केदारनाथ उप चुनाव के चलते लागू आचार संहिता के मद्देनजर मांगों पर आचार संहिता समाप्त होने के बाद वार्ता का आश्वासन दिया गया। सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र चौधरी ने उपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के मुख्य संयोजक विनोद गोदियाल को पत्र भेज कहा कि मांगों पर मुख्य सचिव 25 नवंबर को मध्यान्ह 12 बजे से प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करेंगी।
उत्तराखंड में 20 हजार से अधिक UPNL कर्मी विभिन्न सरकारी विभागों में सेवा दे रहे हैं। UPNL कर्मचारी संगठन के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष संदीप कलखुड़िया ने बताया कि कुमाऊं के 6 जिलों से एक हजार से अधिक UPNL कर्मी देहरादून पहुंचे थे। नैनीताल उच्च न्यायालय ने 2018 में UPNL कर्मचारियों को समान काम के लिए समान वेतन देने और नियमितीकरण के लिए नियमावली बनाने का फैसला सुनाया था, लेकिन राज्य सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी। सुप्रीम कोर्ट सरकार की SLP 15 अक्टूबर को खारिज कर चुकी है। कर्मियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी राज्य सरकार उन्हें इंसाफ देने में आनाकानी करा रही है।
संदीप कलखुड़िया के नेतृत्व में दून गए कर्मियों में तिलक जोशी, आरिफ अंसारी, प्रकाश गड़कोटी, कमल किशोर, नीरज सिंह, प्रकाश सिंह, प्रदीप गहतोड़ी, उमेश जोशी, रवि, अभिषेक भंडारी, हिमांशु आदि मौजूद थे।

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