छठ पूजन…अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया

टनकपुर और लोहाघाट में उमड़ी व्रती महिलाएं, दीये जलाकर आतिशबाजी भी की गई
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर/लोहाघाट। चंपावत जिले के तमाम हिस्सों में पूर्वाचल के लोगों ने छठ पर्व पर 7 नवंबर को पंरपरा के अनुसार अस्त होते सूर्य को अर्घ्य दिया। व्रती महिलाओं ने विशेष पूजा-अर्चना की। शारदा घाट में दीये जलाकर आतिशबाजी की गई। दोपहर से ही महिलाओं व पुरूषों का घाट में आने का सिलसिला शुरू हो गया था। महिलाओं ने टोकरी में फल, ठेकुवा, दूध आदि रखकर सूर्य को अर्घ्य दिया। 8 नवंबर की सुबह उगते सूरज को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की जाएगी। निर्जल व्रत रखने वाली महिलाएं व्रत खोलकर पूजा-अर्चना करेंगी। पर्व को लेकर नगर पालिका ने घाट को साफ सुथरा रखते हुए बिजली की व्यवस्था की। अधिशासी अधिकारी भूपेंद्र प्रकाश जोशी ने बताया कि बृहस्पतिवार की सुबह से ही घाट की सफाई शुरू कर दी गई थी। कार्यक्रम में देवेंद्र सिंह, द्वारिका प्रसाद, इंदु सिंह, मालती देवी, पूनम, अर्चना, माधुरी देवी, मधु देवी, कौशल्या देवी, प्रवीण सिंह, सोमनाथ सिंह, मनोज गुप्ता, बेचेन सिंह यादव, ओम प्रकाश, राम सवारी सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
वहीं लोहाघाट में नौकरी पेशा व कामकाज के लिए आए पूर्वांचल के लोगों ने उल्लास पूर्वक छठी मैया को प्रसन्न करने के लिए विधि विधान से पूजा-अर्चना की। बृहस्पतिवार शाम व्रती महिलाओं ने पारंपरिक परिधानों में अस्त होते भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर वरदान मांगा। ऋषेश्वर महादेव मंदिर स्थित लोहावती नदी के तट पर महिलाओं ने सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठी मैय्या की पूजा-अर्चना की। बेतिया, मोतीहारी, चंपारन, छपरा, गोरखपुर आदि स्थानों की महिलाओं और पुरुषों ने घाट में मंगल गीतों का गायन किया। सीमा देवी, उषा देवी, गुडि़या देवी, हीरा देवी, पुष्पा देवी, सुरेश सिंह, मुख्तार सिंह, मुकेश सिंह आदि ने पूजन किया। लोगों ने लोहावती नदी तट पर आतिशबाजी भी की।

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