नव निर्वाचित प्रमुख सहित 10 लोगों पर मुकदमा

लोहाघाट के हथरंगिया में एक शिक्षक नेता के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप
भागीरथी बोहरा की तहरीर पर लोहाघाट थाने में कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट के नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख और उनके कई साथियों पर एक शिक्षक नेता के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा है। ये वाकया निर्वाचित होने के चंद घंटों बाद का 14 अगस्त की रात का बताया जा रहा है। तहरीर पर पुलिस ने आरोपी प्रमुख और उनके 9 साथियों के अलावा कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
लोहाघाट ब्लॉक प्रमुख का नतीजा 14 अगस्त की अपरान्ह आया। और उसी रात करीब 11.25 बजे नव निर्वाचित प्रमुख एवं उनके कई समर्थकों पर लोहाघाट के हथरंगिया मोहल्ले में एक शिक्षक नेता गोविंद सिंह बोहरा के एक घर में घुस तोड़फोड़ करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। इसे लेकर शिक्षक नेता की पत्नी भागीरथी बोहरा ने लोहाघाट थाने में तहरीर दी। तहरीर के मुताबिक 14 अगस्त की रात करीब 11.25 बजे अभियुक्त महेंद्र सिंह ढेक अपने साथियों के साथ उनके घर आया। उनके परिवार को जान से मारने की नियत से गिरोह बनाकर उनके घर का मुख्य दरवाजा तोड़कर हाथ में हथियार लहराते हुए शयन कक्ष में घुसा। बदतमीजी की, जान से मारने की धमकी दी और तोड़फोड़ की। इसे लेकर भागीरथी बोहरा की तहरीर पर नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह ढेक और देवेंद्र बोहरा, गिरीश ढेक, दिनेश महरा उर्फ डेविड, सतीश महरा, गिरीश महरा सभी निवासी कर्णकरायत, निर्मल फर्त्याल, अमित फर्त्याल, शिवराज सिंह बोहरा और गौतम मेहता सभी लोहाघाट निवासी एवं कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने 15 अगस्त की शाम भारतीय न्याय संहिता की धारा 191 (2), 331(4), 352, 351 (2), 324 (4) के तहत मुकदमा दर्ज किया है। वरिष्ठ उप निरीक्षक भुवन चंद्र आर्या मामले की विवेचना कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि साक्ष्य संकलन कर जरूरी विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अशांति फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई: SP गणपति
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था को अपने हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। कोई कितना ही रसूखदार क्यों ना हो, कायदे कानूनों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने लोहाघाट सहित सभी थानों के प्रभारियों को चौकस रहने की हिदायत देते हुए कई निर्देश दिए हैं।
1.पंचायत चुनाव को लेकर समाज में अशांति, गड़बड़ी फैलाने वाले असामाजिक तत्वों से सख्ती से निपटें। 2.समाज में अशांति फैलाने वाले, सौहार्द बिगाडऩे वाले और आम जनमानस को परेशान करने वाले, अपराधी और असामाजिक तत्वों के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी से लेकर हर जरूरी कार्रवाई की जाए।
3.अराजक तत्वों को किसी भी दशा में ना बख्शा जाए।
4.शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस प्रशासन से सहयोग करने की अपील की गई है। किसी भी प्रकार की अफवाह, अनुचित गतिविधियों की सूचना तत्काल नजदीकी थाने, चौकी या पुलिस कंट्रोल रूम को दें।
5.सोशल मीडिया प्लेटफार्म में अफवाह फैलाने, भ्रामक सूचना पोस्ट करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की पुलिस ने चेतावनी दी है।
जीत में जरूरी है विनम्रता:
पंचायती चुनाव 14 अगस्त को निपट गए। कोई जीता-कोई हारा। हार में मायूसी लाजमी है, लेकिन यही नतीजा हारने वाले को आत्म मंथन का अपने भीतर झांकने, कमियों को दूर करने का मौका भी देती है। जीतने पर जश्र स्वाभाविक है। जश्र मनाना चाहिए, लेकिन जश्र में मर्यादा होनी चाहिए। कहते हैं कि जीत में आक्रामकता नहीं, अहंकार नहीं, विनम्रता जरूरी है। चुनाव के दौरान पक्ष-विपक्ष में सियासी हमले भी होते हैं, लेकिन चुनाव निपटने के बाद इन पर विराम लगता है। चंपावत जिले में दबी जुबान में कुछ सरकारी कर्मियों के भी चुनाव में परोक्ष में दखल देने की बात कही जा रही है। ये तरीका सरकारी कार्मिक की सेवा नियमावली के अनुरूप भी नहीं है।

नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख महेंद्र ढेक।
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