परिजनों का संपर्क हुआ न पुलिस खोज सकी चार कार सवारों को, फिर घायल बच्चे ने बताया ये खौफनाक सच…

अल्मोड़ा में हुए सड़क हादसे ने ले ली रुड़की के दंपती की जान, बेटी की भी मौत
भिकियासैंण-देघाट सड़क पर चौनिया बैंड के पास हुए हादसे में स्टाफ नर्स, उनके पति और बेटी की मौत अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे ब्लॉक क्षेत्र में 300 मीटर खाई में लुढ़की कार
देवभूमि टुडे
अल्मोड़ा/स्याल्दे। अल्मोड़ा जिले के स्याल्दे ब्लॉक में एक सड़क दुर्घना में तीन लोगों की मौत हो गई है। भिकियासैंण-देघाट सड़क पर चौनिया बैंड के पास एक कार 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई। दुर्घटना में स्टाफ नर्स, उनके पति और आठ वर्षीय बेटी की मौत हो गई। जबकि 11 साल का बेटा चोटिल है। 27 मई की दोपहर बाद हुए हादसे की जानकारी 28 मई की सुबह तब हुई, जब दुर्घटना में घायल 11 साल के बच्चे ने किसी तरह गांव पहुंच सूचना दी। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिए।
मूल रूप से निजामपुर गांव, पोस्ट नारसन, थाना मंगलौर और वर्तमान में साउथ सिविल लाइन रुड़की, जिला हरिद्वार निवासी शशि सैनी (38) देघाट के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टॉफ नर्स थीं। सोमवार को वह अपने पति मुनेंद्र सिंह (42) पुत्र ईश्वर सिंह, बेटी अदीति (8) और बेटा अर्णव (11) के साथ रुड़की से देघाट के लिए निकले थे। 27 मई की दोपहर बाद चचरोटी गांव के पास कार का संतुलन बिगड़ गया और देखते ही देखते कार गहरी खाई में समा गई। इसके बाद से परिजनों का चारों से संपर्क नहीं हो पाया। इसकी सूचना रूड़की में रहने वाले परिजनों ने देघाट अस्पताल के डॉक्टरों के माध्यम से पुलिस को दी। रात भर पुलिस चारों को तलाशती रही। मंगवार सुबह घायल अर्णव ने जैसे तैसे बिजौली गांव पहुंचकर ग्रामीणों को हादसे की जानकारी दी। ग्रामीणों सूचना पर देघाट पुलिस मौके पर पहुंची, तो मुनेंद्र सिंह, शशि सैनी और अदीति की मौत हो चुकी थी। रेस्क्यू टीम ने बमुश्किल शवों को मुख्य मार्ग तक पहुंचाया। थानाध्यक्ष राहुल राठी के मुताबिक अर्णव को रामनगर अस्पताल ले जाया गया। पोस्टमार्टम के बाद तीनों शव परिजनों को सौंप दिए गए।

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