आसमानी आफत …धान रोप रहे भाई-बहन की मौत

खटीमा के सैजना गांव की वारदात
परिवार के चार लोग कर रहे थे रोपाई, तभी आकाशीय बिजली ने निगल ली दो जिंदगियां
देवभूमि टुडे
खटीमा/ऊधमसिंह नगर। ऊधमसिंह नगर जिले के खटीमा के सैजना गांव में 24 जून की सुबह आकाशीय बिजली गिरने से बड़ा हादसा हो गया। खेत में बिजली गिरने से धान की रोपाई कर रहे भाई-बहन की मौत हो गई। इस वारदात से परिवार में मातम छा गया। इलाके में हड़कंप मच गया।
सैजना गांव में एक परिवार के चार लोग खेत में रोपाई कर रहे थे। तीन भाई बहन अपनी मां संक्रांति देवी के साथ मिलकर खेत में काम कर रहे थे। तभी एकाएक आकाशीय बिजली गिरी। मां संक्रांति देवी और उनका बेटा गोविंद सिंह बाल-बाल बच गए। लेकिन पास में काम कर रहे संक्रांति देवी की बेटी सुहावनी राणा (24) और बेटे सुमित राणा (19) आसमानी बिजली की चपेट में आ गए। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई। उप जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम कर दोनों शव परिजनों को सौंप दिए गए। इस वारदात से गांव में हड़कंप मच गया। तहसीलदार हिमांशु जोशी का कहना है कि मृतकों के परिजनों को आपदा मानकों के तहत मुआवाज दिया जाएगा। साथ ही कृषि मंडी समिति भी नियमानुसार राहत राशि प्रदान करेगी। इससे पूर्व इसी जून के पहले सप्ताह में पिथौरागढ़ जिले की धारचूला तहसील में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हुई थी।
बचाव के लिए उठाए ये कदम:
यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हों:

1.जहां है वहीं रहे, हो सके तो पैरों के नीचे सूसी बीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें।
2.दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों की घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन के तरफ यथा संभब झुका लें तथा सिर को जमीन से न सटने दें।
3.जमीन पर कदापि न लेटें।
क्या न करें
1.खिड़कियां, दरवाजे, बरामदे के समीप तथा छत पर न जाएं।
2.तालाब और जलाशय के समीप न जाएं।
3.बिजली के उपकरण या तार के साथ संपकज़् से बचे व बिजली के उपकरणों को बिजली के संपर्क से हटा दें।
4.ऐसी वस्तुएँ, जो बिजली की सुचालक हैं. उनसे दूर रहे।
5.बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग न करें। बिजली या टेलीफोन का खंभा, तार की बाढ़, मशीन आदि से दूर रहें।
6.ऊंची इमारत वाले क्षेत्रों में शरण नहीं लें।
7.साथ ही बिजली एवं टेलीफोन के खंभों के नीचे कदापि शरण नहीं ले, क्योंकि ऊंचे वृक्ष, ऊंची इमारतें एवं टेलीफोन/बिजली के खंभे आसमानी बिजली को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
8.पैदल जा रहे हों तो धातु की डंडी वाले छातों का उपयोग न करें।
9.यदि घर में पानी का नल, फ्रिज, टेलीफोन आदि को न छुएं।
क्या करें
1.यदि आप खुले में हो तो शीघ्रातिशीघ्र किसी पक्के मकान में शरण लें।
2.सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहें।
3.समूह में न खड़े हो, बल्कि अलग-अलग खड़े रहें।
4.यदि आप जंगल में हो तो घने पेड़ों की शरण में चले जाएं।
5.धातु से बने कृषि यंत्र-डंडा आदि से अपने को दूर कर दें।

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