

पुलिस ने 3 हजार से अधिक फंसे तीर्थ यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग से सुरक्षित निकाला
बाटनागाड़ में एक किलोमीटर क्षेत्र में बाधित है रास्ता
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। पूर्णागिरि मार्ग (निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी रोड) पर बाटनागाड़ क्षेत्र में आए मलबे में से फंसे 3 हजार से अधिक श्रद्धालुओं को प्रशासन ने सुरक्षित निकाल लिया है। ये श्रद्धालु पूर्णागिरि देवी के दर्शन कर आ रहे थे। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि पुलिस, एसडीआरएफ, प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से इन तीर्थ यात्रियों को वैकल्पिक पैदल मार्ग से बाटनागाड़ के अवरोध को पार करवाया गया है। वैसे अब भी ठुलीगाड़ की ओर 80 कार-जीप और करीब 200 दोपहिए वाहन हैं। खराब मार्ग और मौसम को देखते हुए पूर्णागिरि धाम के दर्शनों पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। बाटनागाड़ से आगे की आवाजाही भी बंद कर दी गई है।
एसपी अजय गणपति ने बताया कि ठुलीगाड़ की तरफ फंसे कई कार-जीप चूका होते हुए तल्लादेश-चंपावत से भेजी गई हैं। इन वाहनों को निर्माणाधीन चूका पुल से पुलिस की मदद से सुरक्षित निकलवाया जा रहा है। साथ ही ठुलीगाड़ में फंसे यात्रियों की पुलिस मदद करेगी। बताया गया कि बड़ी संख्या में तीर्थ यात्री अपने वाहनों को छोड़ पैदल टनकपुर की ओर निकल गए हैं। ऐसे यात्रियों के मोबाइल नंबर पुलिस ने ठुलीगाड़ पुलिस चौकी के रजिस्टर में दर्ज कर लिए हैं। रास्ता खुलने के बाद पुलिस वाहन स्वामियों को फोन से सूचना देगी।
इधर बाटनागाड़ के खराब रास्ते को सुचारू करने के लिए लोक निर्माण विभाग ने कवायद तेज कर दी है। लोनिवि के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत ने बताया कि बाटनागाड़ में करीब एक किलोमीटर हिस्से से मलबे को हटाने के लिए दो मशीनें लगाई गई हैं। उनका कहना है कि मार्ग सुचारू करने में तीन दिन और लग सकते हैं।
बंद हैं ये सड़कें:
1.टनकपुर-ककरालीगेट-ठुलीगाड़ सड़क।
2.घाट-नेत्र सलान सड़क।
3.अमोड़ी-छतकोट सड़क।
चंपावत जिले की बारिश का आकड़ा 18 जून सुबह 8 बजे तक (मिलीमीटर में):
चंपावत: 1.00
लोहाघाट: 0.05
पाटी: 0.05
टनकपुर: 0.05
बनबसा: 28.00







