
टनकपुर के डॉ. अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के दौरान कल 7 सितंबर को हुई थी 2 लोगों की मौत
अपरान्ह एक बजे उठे दोनों शव, कुछ देर रही अफरातफरी
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर के डॉ. अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन शौचालय के सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के दौरान मारे गए दोनों लोगों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। यद्यपि इससे पूर्व परिजनों ने कंस्ट्रक्शन कंपनी को जिम्मेदार ठहराते हुए कंपनी के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए शवों को लेने से इंकार कर दिया था। और फिर मुकदमा दर्ज होने पर आज 8 सितंबर को एक बजे शवों को उठाया गया।
इस कारण कुछ देर अस्पताल परिसर और कोतवाली में हल्का तनाव का माहौल बना रहा। इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में महिला छात्रावास के शौचालय की शटरिंग खोलने के दौरान 7 सितंबर की अपरान्ह अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के साइड इंजीनियर शिवराज सिंह चौहान (28) पुत्र प्रेम सिंह चौहान, निवासी पोस्ट ग्राम चगेठी, तहसील भनाेली, जिला अल्मोड़ा और कारपेंटर हसन रजा (24) पुत्र तौकीर रजा निवासी ग्राम नौगांव, तहसील बीसलपुर, जिला पीलीभीत पिट के भीतर दम घुटने से बेहोश हो गए थे। अस्पताल पहुंचने से पूर्व ही दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस की सूचना पर दोनों के परिजन कल 7 सितंबर की शाम ही टनकपुर पहुंच गए और उनकी मौजूदगी में शवों का पोस्टमार्टम किया गया।
मृतक शिवराज के चाचा बची सिंह चौहान और हसन के भाई मोहम्मद रजा ने कोतवाली में तहरीर देकर कंस्ट्रक्शन कंपनी रामपुर के स्वामी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की थी। काफी देर तक कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज परिजनों ने शव लेने से मना कर दिया। परिजनों के इन तेवरों के बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीकृत किया। इसके बाद ही परिजनों ने शवों को उठाया। पुलिस के मुताबिक अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी रामपुर के मालिक पीलीभीत निवासी प्रखर अग्रवाल के खिलाफ BNS की धारा 106 के तहत मामला पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी गई है।
दम घुटने से मारे गए साइड इंजीनियर शिवराज चौहान छह बहनों का अकेला भाई था। उनके पिता प्रेम सिंह चौहान कैंसर से पीड़ित हैं। वह अग्रवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी में पिछले सात माह से साइड इंजीनियर के पद पर काम कर रहा था। इस घटना से परिवार में दुखों का पहाड़ टूट गया है। सोमवार को परिजन शव को अल्मोड़ा ले गए। वहीं कारपेंटर हसन रजा की दो बहनों और दो भाई और हैं।

