बगोटी, मजपीपल, मडलक आदि गांवों में बजने लगे ढोल नगाड़े
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। नेपाल सीमा से लगे मडलक में भैय्या दूज पर आज 3 नवंबर को मेला होगा। मेले की सभी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ढोल दमाऊं बजने के साथ ही रात्रि जागरण भी होने लगा है।
मेला समिति अध्यक्ष आनंद जोशी, ग्राम प्रधान संगठन के लोहाघाट ब्लाँक के अध्यक्ष भुवन भट्ट ने बताया कि सीमांत क्षेत्र के सुप्रसिद्ध भगवती मंदिर में रविवार के दिन बगवाली मेला होगा। मेले के लिए देवी मंदिर मडलक से बगोटी व मजपीपल के श्रद्धालु अपने-अपने गांव के डोलों को ले जाया गया है। यहां के बगोटी, मजपीपल और मडलक सहित अनेक गांवों में ढोल दमाऊ बजने लगे हैं। महिलाएं झोड़े और बगोटी में पुरुष ढुस्कों का गायन कर रहे हैं। भैया दूज के दिन यहां के सेल्ला गांव का जत्था सर्वप्रथम मडलक मंदिर की परिक्रमा करेगा। उसके बाद बगोटी, मजपीपल और मडलक के देवरथ मंदिर की परिक्रमा कर देवी मैत बूंगा की तरफ प्रस्थान करेंगे। वहां देवी मैत के देवरथ से भेंट होगी और सागर सेल्ला गांव के लोग मायके वालों की भूमिका निभाएंगे। गोविंद पचौली, गोविंद पांडेय, पीतांबर जोशी, केदार पांडेय, संजू पांडे, हरीश पांडेय, महेश जोशी, दीपक जोशी, प्रेम सिंह, उमेश पांडे, त्रिलोचन, अमर सिंह, अमित भट्ट आदि तैयारियों में जुटे हैं।