अन्न, अक्षर और औषधि के भाव से होगा सबका कल्याण:स्वामी अवधेशानंद गिरि

चौड़ाख्याली स्थित स्वामी अवधेशानंद पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव में किया संबोधन
अंग्रेजी माध्यम के इस स्कूल में अध्यात्म, आचार और विचार संस्कार की दी जाती है निशुल्क शिक्षा
देवभूमि टुडे
चंपावत/चौड़ाख्याली। आध्यात्मिक गुरु और जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडेलश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि अन्न, अक्षर और औषधि की थीम पर इंसानी कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों को विस्तार देने की जरूरत है। इसी आधार पर सीमांत और दुर्गम जिले चंपावत के चौड़ाख्याली गांव में बच्चों की मेधा को तराश कर जीवन के ऊंचे मुकाम में पहुंचाने के लक्ष्य से विद्यालय की स्थापना की गई है। चौड़ाख्याली स्थित स्वामी अवधेशानंद पब्लिक स्कूल का वार्षिकोत्सव समारोह में उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छे आचार, अच्छे विचार और संस्कारों से तराशे जाने से बेहतर समाज और उन्नत राष्ट्र का निर्माण होता है। अन्न, अक्षर और औषधि की थीम जीवन के विभिन्न पहलुओं में पवित्रता, संतुलित आहार और प्रकृति के महत्व पर जोर देती है। अन्न को ईश्वर का प्रसाद समझना चाहिए, अक्षर अर्थात ज्ञान व भाषा का उपयोग स्वयं के विकास के लिए करना चाहिए और औषधि के रूप में सात्विक भोजन, शुद्ध जल सहित प्रकृति के उपहारों का उपयोग करना चाहिए।
विद्यालय के संस्थापक जूनापीठ के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज की मौजूदगी में मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक अजय गणपति और विशिष्ट अतिथि सीओ वंदना वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर वार्षिकोत्सव का शुभारंभ किया। अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम के इस विद्यालय में बच्चों को अध्यात्म, आचार, विचार संस्कार की निशुल्क शिक्षा दी जाती है। जिसमें बच्चों को कॉपी, किताबें, ड्रेस आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध होती है। उन्होंने विद्यालय के प्रबंधन, अनुशासन एवं बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए प्रधानाचार्या अनीता पंगरिया एवं उनके सहयोगियों के प्रयासों की सराहना की। बच्चों ने मॉडलों का भी प्रदर्शन किया। लाडली फाउंडेशन के देवेंद्र गुप्ता की ओर से संचालित स्मार्ट क्लासेज का भी शुभारंभ किया। स्वामी अवधेशानंद विद्यालय, चैरिटेबल एंड एजुकेशनल ट्रस्ट के अध्यक्ष कैलाशानंद गिरी महाराज की अध्यक्षता और आशीष जोशी, विनीता बिष्ट एवं घनश्याम जोशी के संचालन में 25 अप्रैल को हुए वार्षिकोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।

error: Content is protected !!