सस्ता गल्ला विक्रेताओं का प्रदर्शन…उपेक्षा का आरोप

ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन ने जिला पूर्ति अधिकारी को ज्ञापन दिया
पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया
देवभूमि टुडे
चंपावत। ऑल इंडिया फेयर प्राइस शॉप डीलर्स फेडरेशन ने सस्ता गल्ला विक्रेताओं की उपेक्षा का आरोप लगाया है। पांच सूत्रीय मांगों को लेकर संगठन ने आज 4 जून को प्रदर्शन किया। बाद में जिला पूर्ति अधिकारी से मुलाकात कर समस्याओं के समाधान नहीं होने पर आगे से राशन का उठान नहीं करने की चेतावनी दी है।
चंपावत जिले में कुल 356 सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों में 56 हजार से अधिक राशनकार्ड धारक है। डीलर्स फेडरेशन के जिलाध्यक्ष भरत राम आर्य और ब्लॉक अध्यक्ष पूरन सिंह रावत ने कहा कि कोरोना काल में 2021-22 का सात माह का पैदल मोटर मार्ग व लाभांश का भुगतान नहीं किया गया है। इसी तरह 2016 से 2025 तक का मध्यान्ी भोजन योजना भाड़े का भुगतान नहीं किया गया है। सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने कहा कि E-POS (electronic Point of sale) मशीन के काम नहीं करने के चलते पुराने तरीके से राशन बंटवाने की अनुमति देने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में प्रहलाद सिंह उरियाल, चंदर सिंह, पंकज साह, हरी दत्त, बालकिशन, नित्यानंद, गोपाल सिंह महर, शंकर दत्त, मोहन जोशी, दीवान सिंह, राजेश जोशी, मोहन सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।

ये हैं मांगें:
1.कोराने काल का 2021-22 का 7 माह का लाभांश पैदल मोटर भाड़ा और सितंबर 2025 से मई 2025 तक का लाभांश का भुगतान किया जाए।
2.सस्ता गल्ला का एकमुश्त दिया गया तीन माह का राशन को वितरित करने के लिए पुरानी व्यवस्था से राशन वितरित करवाया जाए।
3.राशन गोदामों में धर्मकांटा लगवाया जाए। जब तक गोदामों में धर्मकांटे नहीं लगाए जाते हैं, तब तक उचित दर विक्रेताओं को गोदाम से वर्तमान के कांटे में तोलकर दिया जाए, कट्टों का वजन भी अलग से दिया जाए।
4.विक्रेताओं को E-POS मशीन का 7 दिन प्रशिक्षण दिया जाए। उसके बाद ही ई-पॉश मशीन से राशन वितरण करना संभव होगा।
5.मंच, तामली गोदामों में डोर स्टेप डिलीवरी नहीं हो रही है, इन गोदामों में डोर स्टेप होम डिलीवरी करवाई जाए।

error: Content is protected !!