मानदेय बढ़ाने की कर रहे हैं मांग, अनुदेशकों ने काली पट्टी बांध जताया विरोध
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। 21 जून को देश-दुनिया के साथ चंपावत जिले में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग की धूम रही। चंपावत जिले में ही कई हजार लोगों ने योग में हिस्सा लिया। लेकिन एक दिन बाद चंपावत के योग अनुदेशकों ने विरोध के स्वर मुखर किए। 22 जून को आयुष और वेलनेस सेंटरों के योग अनुदेशकों ने मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर काला फीता बांध विरोध जताया। योग अनुदेशकों का कहना था कि उत्तराखंड के आयुष व वेलनेस सेंटर के योग अनुदेशक अपनी जिम्मेदारी को संजीदगी के साथ निभा रहे हैः। इन केंद्रों में गांव और क्षेत्र के लोगों को शासन के प्रोटोकाल के अनुसार योग की क्रियाओं को अभ्यास करा रहे हैं। लेकिन मंहगाई के इस दौर में अनुदेशकों को मात्र 250 रुपये रोज के हिसाब से मानदेय दिया जा रहा है। अनुदेशकों ने मानदेय वृद्धि के साथ ही स्थाई नियुक्ति देने की मांग की है। विरोध जताने वालों में योग अनुदेशक सोनिया आर्या, विजय देउपा, मनोज शर्मा, लीला जोशी, गोकुल चौबे, शंकर सिंह अधिकारी, जगदीश महरा, कमला बिनवाल, प्रकाश नेगी, कविता बोहरा, चंद्रशेखर जोशी, सुशील चंद्र कलौनी, सविता रावत आदि शामिल थे।