
15 दिसंबर की सुबह श्रद्धालुओं ने की आरती, इससे पूर्व 1978 से बंद मंदिर में कल शाम हुई थी पूजा-अर्चना, अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान खोजा गया यह हनुमान मंदिर
संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 46 साल बाद खुले मंदिर में 15 दिसंबर की सुबह हनुमान मंदिर में आरती की गई। एक दिन पूर्व 14 दिसंबर को पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान यह हनुमान मंदिर खोजा गया था। शाम को मंदिर में काफी लोगों ने पूजन भी किया था। संभल जिले के महमूद खां सराय के एक बंद मकान में यह हनुमान मंदिर मिला। फिर से खोले गए मंदिर के परिसर की सफाई और बिजली की व्यवस्था की गई है। मंदिर के बाहर तगड़ी सुरक्षा की गई है। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
संभल के खग्गू सराय में 46 साल से ताला बंद मंदिर मिला है। डीएम और एसपी ने शनिवार को मंदिर का दरवाजा खुलवाया। सफाई के बाद मंदिर परिसर में बने कुएं की खोदाई कराई गई। ये कुआं मंदिर बंद होने के बाद पाट दिया गया था। दरअसल 1978 में यहां दंगे हुए थे। जिसके बाद हिंदुओं के पलायन की वजह से ये मंदिर बंद था। प्रशासन के मुताबिक खग्गू सराय इलाके में प्राचीन मंदिर होने की सूचना मिलने के बाद बंद मंदिर के ताले खुलवाए गए। संभल के जो तीर्थ और कूप विलुप्त हो चुके हैं, उनको संवारने का काम किया जाएगा। खग्गू सराय में 1978 से पहले तक 40 हिंदू (रस्तोगी) परिवार रहते थे।
1978 में हुए दंगे के बाद वे अपने मकान बेचकर दूसरे मोहल्लों में चले गए थे। जबकि इन परिवारों के कारोबार इसी इलाके के आसपास हैं। ये प्राचीन शिव मंदिर इन्हीं हिंदू परिवारों का है, जिसकी लंबे समय से देखभाल नहीं हो पा रही थी। रस्तोगी परिवार के एक बुजुर्ग के मुताबिक खग्गू सराय में उनके पुश्तैनी मकान थे और परिवार के लोग ही मंदिर में पूजा करते थे। मकान बेचने के बाद देखभाल नहीं हो सकी। अब प्रशासन ने इस मंदिर को फिर से आबाद कराया है।






