वन नहीं, नाप क्षेत्र से काटे गए कोकाट के 32 पेड़…तीन ग्रामीणों के खिलाफ वृक्ष संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई

वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने गौजीगाड़ क्षेत्र में किया मौका मुआयना, मामला संज्ञान में आने पर DFO रमेश चंद्र कांडपाल ने दिए थे जांच के आदेश

देवभूमि टुडे

चंपावत। पूर्णागिरि धाम क्षेत्र के पास गौजीगाड़ क्षेत्र में कुकाट के पेड़ काटे जाने की जांच के लिए वन क्षेत्राधिकारी गुलजार हुसैन के नेतृत्व में वन विभाग की टीम ने 17 मई को स्थलीय निरीक्षण किया। कुकाट के पेड़ काटे जाने का आरोप आंशिक तौर पर सही पाए गए। लेकिन कुकाट के ये पेड़ वन भूमि से नहीं, बल्कि नाप क्षेत्र से कटे हैं। तीन आरोपियों के खिलाफ वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है।

कुछ लोगों ने गौजीगाड़ क्षेत्र में कुकाट के पेड़ काटे जाने का 16 मई को आरोप लगाया था। मामले की जानकारी होने पर चंपावत के प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चंद्र कांडपाल ने जांच के आदेश दिए थे। जांच टीम ने शुक्रवार को गौजीगाड़ का मुआयना कर पेड़ों के कटान की जांच की। रेंजर गुलजार हुसैन के नेतृत्व में गई वन टीम ने बताया कि वन क्षेत्र से अवैध पातन नहीं हुआ। गौजीगाड़ में नाप भूमि से झाड़ीनुमा और कोकाट प्रजाति के 32 पेड़ काटे गए हैं। पेड़ काटने के आरोप में तीन (नाथ पांडे, कमलापति तिवारी और प्रकाश तिवारी ग्राम कौली कुलाड़) ग्रामीणों के खिलाफ वृक्ष संरक्षण अधिनियम 1976 के तहत कार्रवाई की जा रही है।

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