


बर्दाखान तक ले गया कार, किसी तरह पुलिस ने पकड़ा
कार में बैठे शिक्षक की बेटी व भतीजे किसी तरह चंगुल से बचे
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। सड़क किनारे खड़ी शिक्षक की कार को एक युवक ने 22 किलोमीटर तक दौड़ा दिया। कार में शिक्षक के दो बच्चे सवार थे। अनहोनी की आशंका के शिक्षक के पांवों तले जमीन खिसक गई। पुलिस ने सिरफिरे कार चालक का पीछा कर शिक्षक के दोनों बच्चों और कार को बरामद कर लिया गया। अलबत्ता बाद में दोनों पक्षों के बीच रजामंदी से मामला निपटा लिया गया।
10 अप्रैल की सुबह सिमलखेत निवासी एक शिक्षक लोहाघाट के पंचेश्वर तिराहे के पास कार खड़ी कर एक दुकान में चाय पीने चले गए। कार में शिक्षक की बेटी और भतीजा बैठा था। इस बीच 38 साल का एक व्यक्ति कार में बैठा और उसे स्टार्ट कर भगा ले गया। जानकारी मिलते ही शिक्षक के पसीने छूट गए। उन्होंने इसकी सूचना यातायात पुलिस कर्मी हेम मेहरा को दी। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कार से आरोपित का पीछा किया। घटना स्थल से कुछ दूरी पर प्रेमनगर के पास दोनों कार सवार भीड़भाड़ में गति कम होने पर किसी तरह कार से उतरने में सफल हुए। इसके बावजूद सिरफिरा कार चालक बर्दाखान तक कार ले गया। बाद में बर्दाखान के पास पुलिस ने कार ले जाने वाले को दबोच लिया। पुलिस के मुताबिक कार को भागने वाले 38 वर्षीय व्यक्ति को थाने ले जाया गया। उसका मेडिकल कराया गया। पूछताछ में पता चला कि वह शौकिया तौर पर कार को चला ले गया और कार ले उड़ाने वाले व्यक्ति के मानसिक सेहत पर भी सवाल उठ रहा है।


