खोलें जाएं ताड़केश्वर, डिप्टेश्वर, मल्लाडेश्वर में लकड़ी टाल

टाल नहीं होने से अंतिम संस्कार में हो रही परेशानियां उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष पांडेय को सौंपा ज्ञापन
देवभूमि दुडे
चंपावत। चंपावत चाराल क्षेत्र के 3 प्रमुख श्मशान घाटों में लकड़ी टाल खोलने की मांग की गई है। इसे लेकर उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय को ज्ञापन दे अमलीजामा पहनाने का अनुरोध किया गया है।
इस संबंध में वंचित राज्य आंदोलनकारी संगठन के जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चंद्र पांडेय ने बताया कि डिप्टेश्वर, ताड़केश्वर और मल्लाडेश्वर श्मशान घाट इस क्षेत्र के अंत्येष्टि स्थल हैं, लेकिन इन स्थानों के नजदीक कहीं भी लकड़ी के टाल नहीं हैं। इस कारण शोकाकुल परिजनो, नगर व गांववासियों को लकड़ी को लेकर दिक्कतें झेलनी पड़ती है। उन्हें लकड़ी मुख्यालय के टाल से ले जाने की मजबूरी होती है। जिसमें समय और वाहन आदि के ढुलान में अतिरिक्त धन लगता है। जबकि मल्लाडेश्वर में तो कच्ची लकड़ी में अंतिम संस्कार करना मजबूरी बना है। जिससे वहां छोटे बड़े हरे पेड़ों को क्षति पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है।
लिहाजा तीनों श्मशान घाटों पर टिन शैड के साथ लकड़ी टाल खोले जाएं। जिससे आम जनता को राहत मिल सके और पर्यावरण का भी संरक्षण हो सकेगा। इस मामले में दर्जा राज्यमंत्री श्याम नारायण पांडेय ने जरूरी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।

error: Content is protected !!