
दयानंद इंटर कॉलेज टनकपुर में राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर हुए कई कार्यक्रम
निबंध प्रतियोगिता में नैना शर्मा व मोहम्मद अली रहे नंबर वन
देवभूमि टुडे
चंपावत/ टनकपुर। 10वें राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर दयानंद इंटर कॉलेज टनकपुर के प्रबंधक डॉ. मनुश्रवा आर्य ने 52 बच्चों को स्वर्ण प्राशन ड्रॉप्स दी। बताया कि पुरातन वैदिक काल से ही स्वर्ण प्राशन संस्कार का स्वास्थ्य की दृष्टि से खासा महत्व है। स्वर्ण प्राशन से बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, साथ ही शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास भी होता है।
आयुर्वेद दिवस के अवसर पर विद्यालय में हुई निबंध (जन-जन के लिए आयुर्वेद और पृथ्वी के कल्याण के लिए आयुर्वेद) प्रतियोगिता में सीनियर वर्ग में नैना शर्मा प्रथम, आदित्य सिंह द्वितीय व राधिका सक्सेना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि जूनियर वर्ग में मोहम्मद अली, हर्षिता और आयुष क्रमश: प्रथम तीन स्थानों पर रहे। निबंध
प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को आयुर्वेदिक च्यवनप्राश देकर सम्मानित किया गया।
बताया कि आयुर्वेद दो शब्दों से मिलकर बना है, आयु अर्थात (जीवन) Life और वेद अर्थात् (विज्ञान) Science, जिसका अर्थ है (जीवन का विज्ञान) Science Of Life। जिस शास्त्र में मनुष्य के लिए हित, अहित, सुख, दुःख आदि का वर्णन मिलता है, वही आयुर्वेद है। स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना तथा रोगी के रोग को दूर करना आयुर्वेद का मुख्य प्रयोजन है। आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 23 सितंबर 2025 को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस घोषित किया गया। जबकि पहले यह दिवस धनतेरस के दिन मनाया जाता था।
‘जन-जन के लिए आयुर्वेद पृथ्वी के कल्याण के लिए आयुर्वेद’ की थीम के साथ हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हेमा वर्मा, विद्यालय प्रधानाचार्य माहेश्वरी पांडे, कोषाध्यक्ष गायत्री कृपा सहित तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।



