
नवरात्र में रात में भी हो सकेंगे देवी दर्शन: पंडित किशन तिवारी
11 दिनी श्रीमद् देवी भागवत कथा का भी होगा श्रीगणेश
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। कल 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र हैं। नवरात्र के मेले के लिए मां पूर्णागिरि धाम पूरी तरह से सज संवर रहा है। देर शाम तक ये सजावट पूरी कर ली जाएगी। सोमवार से नवरात्र में देवी धाम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ेंगे। इसके लिए प्रशासन और पूर्णागिरि मंदिर समिति ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने बताया कि पहली नवरात्र से रात के वक्त भी देवी दर्शन हो सकेंगे। 21 जून से रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक देवी दर्शनों पर रोक लगाई गई थी। अलबत्ता नवरात्र के दौरान रात में दर्शनों की इजाजत होगी। वहीं कल 22 सितंबर से धाम के प्राचीन धुनिस्थल में श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रीगणेश होगा। 11 दिन तक चलने वाली कथा का बखान पंडित गिरीशानंद शास्त्री करेंगे।
सितंबर में हुई भारी बारिश से बाटनागाड़, हनुमानचट्टी सहित पूर्णागिरि धाम में जगह-जगह सड़क और रास्तों को भारी नुकसान हुआ था। पेयजल, बिजली की लाइनों को काफी नुकसान हुआ था। अलबत्ता अब इन तमाम व्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया गया है। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मण ङ्क्षसह सामंत ने बताया कि टनकपुर से भैरव मंदिर तक की सड़क को पूर तरह वाहनों की आवाजाही के लिए तैयार कर लिया गया है। मुख्य मंदिर तक के अधिकांश पैदल रास्तों की भी मरम्मत की जा चुकी है। बिजली आपूर्ति भी सुचारू कर दी गई है। सबसे बड़ी चुनौती पेयजल की थी। जल संस्थान का कहना है कि अधिकांश जगह पेयजल आपूर्ति सुचारू कर दी गई है। मेला क्षेत्र के करीब 3 दर्जन हैंडपंपों को चालू कर दिया गया है। मेला क्षेत्र में एक टैंकर की व्यवस्था भी की गई है। पेयजल लाइनों को भी ठीक कर दिया गया है।
पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी का कहना है कि शारदीय नवरात्र के मेले में श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। पंडित तिवारी का दावा है कि श्रद्धालुओं की आस्था और धार्मिक भावना का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ठुलीगाड़ और भैरव मंदिर के अलावा मुख्य मंदिर के पास काली मंदिर में पुलिस का बंदोबस्त रहेगा।


