
चंपावत जिले में उल्लास से मनी भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती
माल्यार्पण के अलावा गोष्ठी के जरिए उनके योगदान का स्मरण किया गया
देवभूमि टुडे
चंपावत। संयुक्त प्रांत के पहले मुख्यमंत्री, भारत के दूसरे गृह मंत्री और भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की 138वीं जयंती चंपावत जिले में उल्लास से मनाई गई। गोरलचौड़ स्थित अमृत वाटिका में 10 सितंबर को पंडित पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया। स्वतंत्रता संग्राम से लेकर राष्ट्र निर्माण में पंडित पंत के योगदान का स्मरण करते हुए उन्हे आधुनिक भारत का शिल्पी बताया गया। उनके बताए रास्तों पर चलने का संकल्प लिया गया।
ऑडिटोरियम में पंडित पंत के जीवन पर आधारित वृत्तचित्र के अलावा छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट शंकर दत्त पांडेय, उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद सामंत, पालिकाध्यक्ष प्रेमा पांडेय, सूरज प्रहरी, DM मनीष कुमार, CMO डॉ. देवेश चौहान, DPRO भूपेंद्र कुमार, APD विमी जोशी, CVO डॉ. वसुंधरा गर्ब्याल सहित कई लोग मौजूद थे।
इससे पूर्व कलेक्ट्रेट परिसर में DM मनीष कुमार, पुलिस कार्यालय में SP अजय गणपति ने पंत की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। DM ने भारतरत्न पंडित पंत के बताए मार्ग पर चलने का अधिकारियों और कर्मचारियों को संकल्प दिलाया। ADM जयवर्धन शर्मा सहित तमाम लोग मौजूद थे।
वहीं जिला गंगा समिति की DFO नवीन पंत की अध्य्क्षता में गंगा स्वच्छता शपथ ली गई। गंगा नदी की सफाई और संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता दोहराई गई।
मुख्य कृषि अधिकारी डी कुमार के दिशा-निर्देशन में कृषि विभाग एवं SARA (Springs Hand & River Rejuvenation Agency) की संयुक्त टीम द्वारा चंपावत के दुधपोखरा, लोहाघाट के पऊ, पाटी के जैरोली तथा बाराकोट के पम्दा नौलों में स्वच्छता एवं जागरूकता कार्यक्रम हुए।
ग्रामीणों को जल संरक्षण एवं स्वच्छता के महत्व बताते हुए गांव के जल स्रोतों और परंपरागत नौलों को साफ बनाए रखने का कार्य जन सहभागिता से करते हुए इनके संरक्षण की शपथ दिलाई गई। ग्रामीणों से भगीरथ एप के जरिए जल स्रोतों के चिन्हीकरण के लिए सहयोग करने की भी अपील की गई। उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रगतिशील कृषकों को प्रशस्ति पत्र भी दिया गया।









