
स्वांला और धौन के पास बस्टियागूंठ में अड़चन बन रहा भारी मलबा
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग स्वांला में 29 अगस्त की सुबह से है बंद
चंपावत जिले की 2 अन्य सड़कों के पहिये भी हैं जाम
देवभूमि टुडे
चंपावत। 29 अगस्त से बंद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग कब खुलेगा? इस सवाल को हर दिन लोग पूछ रहे हैं, लेकिन जवाब अनुत्तरित है। NH में स्वांला और धौन के पास बस्टियागूंठ में रोड बंद है।
NH का टनकपुर-चंपावत हिस्सा स्वांला में भारी मलबा आने से 8 दिनों से बाधित है। वहीं 2 सितंबर की रात से NH पर धौन के पास बस्टिया गूंठ में भी भारी भरकम मलबा आया है। इन स्थानों से मलबा हटा आवागमन सुचारू करने के सभी प्रयास अब तक नाकाम रहे हैं। अधिशासी अभियंता दीपक कुमार जोशी के नेतृत्व में NH खंड की टीम लगातार मलबे को हटाने में जुटी है। करीब 100 मीटर के इस मलबाग्रस्त हिस्से को साफ करने के लिए दो मशीनें लगाई गई हैं। लेकिन पहाड़ी से लगातार मलबा और पत्थर गिरने से फिलहाल यह स्थान साफ नहीं हो सका है। इसके अलावा 2 सितंबर को NH पर स्वांला से करीब सवा किलोमीटर दूर धौन के पास 125 मीटर हिस्से में भारी भरकम मलबा, पत्थर, पेड़ आए हैं। इस मलबे को हटाने के लिए मशीनें लगाई गई है, लेकिन यहां भी अवरोध दूर नहीं हो सका है।
29 अगस्त की सुबह से बंद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 29 अगस्त की शाम 4.20 बजे सिर्फ 25 मिनट के लिए खुली। तबसे अब तक NH के टनकपुर-चंपावत हिस्से में बीते 8 दिनों से वाहनों का आवागमन ठप है। जरूर सिप्टी-छतकोट-अमोड़ी रोड के वैकल्पिक मार्ग से हल्के वाहनों की आवाज हो रही है। वहीं कल 4 सितंबर की शाम DM मनीष कुमार ने धौन के पास बस्टियांगूंठ पहुंच काम का जायजा लिया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों को सड़क को जल्द से जल्द खोलने के लिए हर मुमकिन उपाय करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान SDM अनुराग आर्या भी मौजूद थे।
राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले की 2 अन्य सड़कें बंद हैं। नेपाल सीमा से लगी निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी रोड और गल्लागांव-देवलमाफी रोड बंद है। जिला आपदा परिचालन केंद्र ने सभी तीनो सड़कों के आज 5 सितंबर शाम तक खोल लिए जाने की संभावना जताई है।






