पूर्व फौजी का आरोप…पेंशन निर्धारण में हुई त्रुटि

पूर्व फौजी नायक देव गिरि का बेसिक वेतन और सर्विस इंक्रीमेंट के गलत फिक्सेशन का आरोप
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय का दावा पेंशन निर्धारण में नहीं कोई त्रुटि
देवभूमि टुडे
चंपावत। फौज के एक सेवानिवृत्त नायक ने बेसिक वेतन और सर्विस इंक्रीमेंट के गलत फिक्सेशन का आरोप लगाया है। कई बार शिकायत करने के बावजूद कार्रवाई से संतुष्ट नहीं होने के बाद उन्होंने इसे लेकर डेढ़ माह पूर्व जनता मिलन कार्यक्रम में मामले को उठाया। पूर्व फौजी का कहना है कि इस वजह से उन्हें मिलने वाली पेंशन में नुकसान हो रहा है। उन्होंंने मामले की जांच और इंसाफ की मांग करते हुए कहा कि अगर वे गलत पाए गए, तो कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं।
चंपावत के चौड़ासेठी के रहने वाले पूर्व नायक देव गिरि का कहना है कि उन्होंने फौज में 22 साल से अधिक (दिसंबर 1980 से जुलाई 2003 तक) सेवा की है। उनका आरोप है कि उनके बेसिक वेतन व सर्विस इंक्रीमेंट का फिक्सेशन गलत हुआ है। कहा कि पेंशन आते वक्त 4630 रुपये बेसिक पे में 170 बेसिक पे कम करके 16352 रुपये की रिकवरी कर ली गई। इसका पता तक चला जब मार्च 2016 में वन रेंक वन पेंशन को लागू किया गया। गिरि का कहना है कि उन्होंने ओआरओपी में हुए नुकसान की जानकारी के लिए वेतन लेखा कार्यालय पत्र भेजा, लेकिन उनके द्वारा उठाए गए बिंदुओं का संतोषजनक जवाब नहीं मिल सका है।
वहीं चंपावत जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय के सहायक अधिकारी का कहना है कि पेंशन निर्धारण में कोई त्रुटि नहीं है। वेतन लेखा कार्यालय द्वारा पुन: लेखा परीक्षण करने के बाद ये पाया गया कि वेतन का निर्धारण सही किया गया है। आर्मड फोर्सेज ट्रिब्यूनल के आदेश में भी यही बात कही गई है। सहायक अधिकारी का कहना है कि इसके बावजूद बेसिक पेंशन से सहमत नहीं होने पर दुबारा काउंटर शपथपत्र देकर अदालत में जा सकते हैं।

पूर्व फौजी देव गिरि।
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