
चंपावत जिले के धूरा क्षेत्र के स्वतंत्रता सेनानी स्मारक का मामला
काम में तेजी नहीं होने पर 5 अगस्त से आंदोलन की चेतावनी
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत से करीब 53 किमी दूर धूरा में सेनानी स्मारक के काम में हीलाहवाली का स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण समिति ने आरोप लगाया है। काम में तेजी नहीं आने पर समिति ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
सूखीढांग धूरा क्षेत्र का स्वतंत्रता संग्राम में अहम योगदान है। इस क्षेत्र के 7 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने आजादी की जंग में बढ़ चढ़कर हिस्सेदारी की थी। स्वतंत्रता सेनानी पंडित रामचंद्र चौड़ाकोटी, बेनीराम चौड़ाकोटी, जयदत्त चौड़ाकोटी, पदमा दत्त चौड़ाकोटी, चूड़ामणि जोशी, चिंतामणि जोशी और बची सिंह राणा ने अंग्रेजों की नाक में दम किया था।
स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में धूरा में 2013 में सेनानी स्मारक बनाया गया था। जिसमें सातों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की मूर्ति स्थापित की गई थी। स्मारक के क्षतिग्रस्त होने के बाद इसी स्थान पर नए स्मारक के निर्माण का ऐलान किया गया था। इस साल के शुरू में पुराने सेनानी स्मारक को तोड़ दिया गया। लेकिन उसके स्थान पर नए स्मारक का निर्माण कायदे के साथ शुरू नहीं हो सका है।
इससे नाराज सेनानी उत्तराधिकारी कल्याण समिति ने काम में देरी का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है।
सेनानी आश्रितों ने कहा कि स्मारक नहीं होने से इस बार के स्वतंत्रता दिवस पर यहां होने वाले कार्यक्रमों के आयोजन में दुश्वारी होगी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष महेश चंद्र चौड़ाकोटी ने कहा कि काम में तेजी नहीं आने पर 5 अगस्त से आंदोलन की चेतावनी दी है। क्या कहते हैं अधिकारी: लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत का कहना है कि पुराने स्मारक को तोड़ कर नए तिमंजिले स्मारक का काम शुरू कर दिया गया है। नए स्मारक की बुनियादी का काम शुरू हो गया है। काम को तेजी से कराते हुए मौजूदा वित्त वर्ष में निर्माण पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा।


