
बाराकोट की निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख विनीता फर्लाल ने फेसबुक के जरिए लगाया आरोप, बजौन क्षेत्र पंचायत सीट से आरती भट्ट 3 वोटों से जीतीं, BJP ने आरोपों को खारिज किया
देवभूमि टुडे
चंपावत। मैं हारी नहीं हूं, 57 वोटों से जीती थी, लेकिन अपनी ही पार्टी के ही एक नेता ने साजिश रच दी। और जीत को हार में तब्दील कर दिया। ये आरोप लगाया है क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए बजौन से उम्मीदवार भाजपा की वरिष्ठ नेता और बाराकोट की निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख विनीता फत्र्याल ने। फेसबुक के जरिए उन्होंने इसे लेकर आज 1 अगस्त को टिप्पणी की है।
चंपावत विकासखंड की बजौन क्षेत्र पंचायत सदस्य की सीट से आरती भट्ट को 3 वोटों से विजयी हुई। इस सीट से उनके मुकाबले भाजपा की जुझारू नेता और बाराकोट की निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख विनीता फर्त्याल चुनाव मैदान में थीं। फर्त्याल ने कहा कि वे 57 वोटों से जीत गई थीं और निश्चिंत हो गई। लेकिन जब रात में प्रमाणपत्र के लिए निर्वाचन अधिकारी के पास गई, तो पता चला कि प्रमाणपत्र तो 3 वोटों से विजयी बताई गई दूसरी प्रत्याशी को दिया गया है। ऐसे में रीकाउंटिंग का विकल्प भी खत्म हो गया।
फेसबुक में पूर्व ब्लॉक प्रमुख ने लिखा है कि वे हारी नहीं हैं। उन्हें बजौन, नायल, धौनरौत, सायली और अमौन के मतदाताओं ने वोट दिया है, इसके लिए उन्होंने वोटरों का आभार जताया है। फर्त्याल का आरोप है कि नाटकीय ढंग से बदले चुनाव परिणाम में भाजपा के जिलाध्यक्ष की भूमिका है। जिन्होंने पार्टी कार्यालय बुलाकर नतीजे को बदलवाया। विनीता फर्त्याल ने कहा कि यह नतीजा अंत नहीं, एक नई शुरुआत है। मतदाताओं का आभार जताते हुए उन्होंने हमेशा क्षेत्र के लोगों की आवाज बनने का भरोसा दिलाया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने आरोपों को खारिज किया है। कहा कि मतगणना प्रक्रिया में किसी तरह के हस्तक्षेप का संगठन के स्तर से सवाल ही नहीं उठता है। वहीं निर्वाचन अधिकारी डी कुमार का कहना है कि मतगणना में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है। हो सकता है कि प्रत्याशी के एजेंट द्वारा वोटों के हिसाब रखने में कोई चूक हुई हो, जिससे ये अंतर आया हो। आरओ ने कहा कि जो प्रत्याशी अधिक वोट लाई है, उन्हें ही विजेता और जीत का प्रमाणपत्र दिया गया है।

