विरोध…निदेशक के आदेश की प्रति को आग के हवाले किया

चंपावत जिले में अतिथि शिक्षकों ने जताया विरोध
हर माह में सिर्फ एक दिन के आकस्मिक अवकाश पर एतराज जता रहे हैं अतिथि शिक्षक
देवभूमि टुडे
चंपावत। माध्यमिक अतिथि शिक्षकों ने शिक्षा विभाग के आदेश को जला नाराजगी जताई। जिले के विभिन्न स्कूलों में पढ़ा रहे इन शिक्षकों ने अपने-अपने स्कूलों में शिक्षा निदेशक के आदेश की प्रतियों को आग के हवाले किया।
उत्तराखंड के शिक्षा निदेशक ने अतिथि शिक्षकों के अवकाश के संबंध में 22 जुलाई को आदेश जारी किया है। जिसमें उन्हें अनुमन्य छुट्टियों से ज्यादा लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। आदेश में कहा गया है कि अतिथि शिक्षकों को हर माह में एक दिन का आकस्मिक अवकाश देय है। इस अवकाश के अतिरिक्त मातृत्व अवकाश को छोड़कर शासनादेश में अन्य किसी भी प्रकार की छुट्टी देने का प्रावधान नहीं है। अनुमन्य अवकाश से अधिक अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
माध्यमिक अतिथि शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष चंचल सिंह कुंवर, सचिव नीरज जोशी, कोषाध्यक्ष योगेश खर्कवाल, संरक्षक मोहन चिल्कोटी आदि ने अपने-अपने स्कूलों में निदेशालय के आदेश की प्रति को जला कर विरोध जताया। शिक्षकों का कहना है कि ये आदेश शिक्षकों का उत्पीड़न है। जिसमें अतिथि शिक्षकों को सरकार द्वारा दिए गए पितृत्व अवकाश, बाल्य देखभाल अवकाश का कोई जिक्र तक नहीं किया गया है। साथ ही बीमार होने की स्थिति में भी उन्हें कोई राहत नहीं दी जा रही है। संगठन ने इसका विरोध करने का निर्णय लिया है।

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