

विद्यालय परिसर में किया प्रदर्शन किया
समायोजन का प्रस्ताव वापस नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। अति दुर्गम क्षेत्र तलियाबांज के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को जीआईसी सूखीढांग में समायोजित करने के प्रस्ताव पर तलियाबांज क्षेत्र के ग्रामीण भड़क गए हैं। ग्रामीणों ने 8 जुलाई को विद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। कहा कि शिक्षा विभाग ने समायोजन का प्रस्ताव वापस नहीं लेने पर पंचायत चुनाव के बाद क्षेत्र के लोग आंदोलन करेगी।
तल्लापाल विलौन संघर्ष समिति सूखीढांग के संयोजक पंडित शंकर जोशी के नेतृत्व में अभिभावकों ने स्कूली बच्चों के साथ राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तलियाबांज को इंटर कालेज सूखीढांग में विलय करने के प्रस्ताव के खिलाफ नारेबाजी की। अभिभावकों को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति के संयोजक पंडित शंकर दत्त जोशी ने कहा कि दो दशकों से पिछड़े क्षेत्र में लंबे संघर्ष के बाद सितंबर 2011 में हाईस्कूल खुल पाया। चार ग्राम पंचायतों धूरा, मथियाबांज, नौलापानी, बुढम के बीचोंबीच स्थित राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तलियाबांज को बंद कर नौनिहालों को 15 किलोमीटर दूर सूखीढांग जीआईसी भेजने का प्रस्ताव रखा है। इससे दूरस्थ क्षेत्र बुढ़म, कठौल, नौलापानी, अमगढ़ी, पाटली, मथियाबांज, बकौरिया, सुकनी आदि तोकों के 73 छात्र-छात्राओं को 40 से 50 किलोमीटर की पैदल आवाजाही तय कर सूखीढांग जाने को मजबूर होना होगा।
ग्रामीणों ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के बाद तल्लापाल विलौन संघर्ष समिति तुगलकी फरमान के खिलाफ जनांदोलन शुरू करेगी। अभिभावकों का कहना था कि क्षेत्र के गांवों के स्कूलों के हाईस्कूल तक की पढ़ाई करने के लिए विद्यालय को किसी भी कीमत पर बंद नहीं करने दिया जाएगा। स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष कांतिबल्लभ जोशी ने कहा कि क्षेत्रीय लोगों की मांग पर 31 अगस्त 2023 को टनकपुर मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तलियाबांज हाईस्कूल का उच्चीकरण कर इंटर कालेज किए जाने की घोषणा की थी। लेकिन उस मांग को आज तक पूरा नहीं किया जा सका है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चिंतामणि जोशी के पुत्र त्रिलोक त्रिलोक चंद्र जोशी ने भी विचार रखे। प्रदर्शन में हीरा जोशी, पूर्व ग्राम प्रधान ईश्वरी जोशी, पुष्पा जोशी, अनीता जोशी, भुवन चंद्र, मोहन जोशी, चंद्रशेखर, हीराबल्लभ, मथुरा दत्त जोशी, नंदा बल्लभ, नारायण सिंह चौहान, नाथूराम आदि शामिल थे।
क्या कहते हैं शिक्षाधिकारी:
चंपावत के मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट का कहना है कि किसी भी कलस्टर स्कूल में विलय से पूर्व संबंधित स्कूलों की प्रबंधन स्कूल समिति और अभिभावकों की सहमति जरूरी है। तलियाबांज हो या कोई अन्य विद्यालय, सहमति के बाद ही कलस्टर स्कूल में विलय किया जाएगा।
चंपावत जिले में प्रस्तावित हैं 13 कलस्टर स्कूल:
चंपावत जिले में 13 कलस्टर स्कूल बनाए जाने का प्रस्ताव है। मााध्यमिक में 4 विद्यालय (जीआईसी सूखीढांग, दुबचौड़ा, कामाज्यूला और जीआईसी पाटी) और प्रारंभिक शिक्षा में 9 स्कूल (राजकीय प्राथमिक विद्यालय बाराकोट, चामी, दुधपोखरा, लोहाघाट, मुड़ियानी, चंपावत, पोखरी, गागर और जूनियर हाईस्कूल बिसारी) कलस्टर के लिए प्रस्तावित हैं।

