

चंपावत की शक्तिपुरबुंगा सीट से विद्रोही के रूप में लड़ेंगे दुग्ध संघ निदेशक कृष्णानंद जोशी
दो बार के पूर्व विधायक पूरन सिंह फर्त्याल की बेटी को भी नहीं बनाया गया प्रत्याशी
देवभूमि टुडे
चंपावत। जिला पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों को अधिकृत करने के बाद एक तरफ नामांकन की तैयारी शुरू हो गई है, वहीं प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज कई नेता गुस्से में हैं। तीन सीटों में नाराजगी सबसे ज्यादा है। कई सीटों में बगावत के आसार हैं। जिला मुख्यालय चंपावत के पास शक्तिपुरबुंगा सीट से भाजपा अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ पार्टी के एक पदाधिकारी ने चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। वहीं भाजपा के जिलाध्यक्ष गोविंद सामंत का कहना है कि पार्टी में असंतोष नहीं है। जो छुटपुट नाराजगी है, उसे मंत्रणा कर सुलझा लिया जाएगा।
चंपावत जिला पंचायत की 15 सीटों के लिए भाजपा के 58 नेताओं ने दावेदारी पार्टी फोरम में की थी। रायशुमारी के बाद पार्टी नेतृत्व ने कल 2 जुलाई की शाम जिला पंचायत की 13 सीटों के लिए प्रत्याशियों के समर्थन की सूची जारी की थी। जबकि दो सीटें धुरा और कानीकोट में भाजपा ने किसी प्रत्याशी का समर्थन नहीं किया है। सूची जारी होने के बाद से भाजपा एक ओर पार्टी कार्यालय में चुनाव में जीत सुनिश्चित करने की रणनीति बना रही है। वहीं दूसरी तरफ कई सीटों पर बगावत का झंडा बुलंद हो गया है। लोहाघाट के दो बार के विधायक रहे पूरन सिंह फर्त्याल की बेटी को भी पाटन-पाटनी सीट से पार्टी समर्थित प्रत्याशी नहीं बनाया गया है। खरही सीट को लेकर भी गुस्सा है।
मगर सबसे ज्यादा नाराजगी शक्तिपुरबुंगा से है। चंपावत दुग्ध संघ के निदेशक और भाजपा चंपावत नगर मंडल महामंत्री कृष्णानंद जोशी ने भी इस सीट से दावा किया था। प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से नाराज जोशी ने इस सीट से चुनाव लडऩे का ऐलान किया है। उनकी पत्नी पार्वती जोशी चंपावत दुग्ध संघ की मजबूत जनाधार वाले कृष्णानंद जोशी के इस कदम से पार्टी सकते में है और उन्हें मनाने का प्रयास किया जा रहा है।

