फंसे लोगों को सुरक्षित शिफ्ट किया…Mock Drill से परखीं तैयारी

चंपावत जिले की पूर्णागिरि तहसील में 5 हिस्सों में हुई मॉक ड्रिल
बाढ़ और जलभराव से निपटने की तैयारियों का प्रशासन ने किया परीक्षण
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। चंपावत जिले के 5 हिस्सों में मॉक ड्रिल कर बाढ़ और जलभराव से निपटने की तैयारियों को परखा गया। 30 जून की सुबह 9:15 बजे पूर्णागिरि (टनकपुर) तहसील में अलग-अलग जाकर जल स्तर के एकाएक बढऩे, सूखे नालों में बाढ़ के हालात होने पर बचाव व राहत कार्यों के उपायों का जायजा लिया गया। मॉक ड्रिल में चंपावत के पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार वर्षा से बांटनागाड़ नाला, थ्वालखेड़ा, छीनीगोठ, ग्राम देवीपुरा, बनबसा और चंदनी (आनंदपुर) क्षेत्रों में एकाएक जल स्तर बढऩे और सूखे नालों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने की परिकल्पना की गई।
आपदा की जानकारी मिलते ही जिला आपदा नियंत्रण कक्ष चंपावत और तहसील स्तरीय आईआरएस प्रणाली सक्रिय हो गई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष डीएम मनीष कुमार ने जिला नियंत्रण कक्ष से सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर राहत एवं बचाव कार्यों की योजना तैयार कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
टनकपुर तहसील कार्यालय में स्टेजिंग एरिया स्थापित कर विभिन्न रेस्क्यू टीमों को रवाना किया गया।
1.टनकपुर ककरालीगेट-ठुलीगाड़-भैरव मंदिर मार्ग में बाटनागाड़: अतिवृष्टि से मलबा एवं बोल्डर आने से मार्ग अवरूद्ध हो गया। जिससे 100 से अधिक श्रद्धालु पूर्णागिरि धाम की ओर फंस गए। राजस्व, पुलिस, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग ने समन्वित रेस्क्यू कर श्रद्धालुओं को वैकल्पिक मार्ग से सुरक्षित निकाला तथा भोजन-पेयजल की व्यवस्था की।
2.ग्राम थवालखेड़ा (किरोड़ा नाला): भूस्खलन एवं जलस्तर बढऩे से 10-15 परिवार खतरे में आए। त्वरित रेस्क्यू कर प्रभावितों को राजकीय महाविद्यालय, टनकपुर में राहत शिविर में शिफ्ट किया गया।
3.ग्राम छीनीगोठ (हड्डी नदी): नदी में बाढ़ आने से 20 परिवार फंसे। फंसे लोगों को राजस्व, एसडीआरएफ एवं पुलिस ने रेस्क्यू कर छीनीगोठ स्थित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में बनाए राहत शिविर लाया गया।
4.ग्राम देवीपुरा: भारी जलभराव और मगरमच्छ की मौजूदगी के बीच 20-25 परिवार प्रभावित हुए। पुलिस और एसडीआरएफ ने राफ्ट्स के जरिए फंसे परिवारों को सुरक्षित निकाला। राजकीय महाविद्यालय, बनबसा में राहत शिविर में पहुंचाया गया।
5.ग्राम चंदनी, आनंदपुर: हुड्डी नदी में जलभराव और जंगली हाथी के अंदेशे के कारण 20-25 परिवार प्रभावित हुए। राफ्ट्स के जरिए एसडीआरएफ और पुलिस टीमों ने बचाव कर सभी को राजकीय महाविद्यालय, बनबसा पहुंचाया।
सभी प्रभावितों को प्राथमिक उपचार, भोजन एवं पेयजल उपलब्ध कराया गया। घटना में जनहानि शून्य रही। समस्त विभागों द्वारा आपदा प्रबंधन की प्रक्रिया, समन्वय, संचार एवं बचाव कार्यों का सफल अभ्यास किया गया।
डीएम मनीष कुमार ने कहा कि मानसून के मद्देनजर संवेदनशील चंपावत जिले में एकाएक जलभराव और भूस्खलन जैसी आपदाओं का अंदेशा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह मॉक ड्रिल की गई है। जिससे सभी संबंधित विभागों की तैयारियों का परीक्षण किया जा सके। इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य है कि किसी भी वास्तविक आपदा की स्थिति में त्वरित एवं समन्वित प्रतिक्रिया दी जा सके। सभी रेस्क्यू टीमें, राहत शिविर, चिकित्सा, पेयजल एवं संचार व्यवस्था के लिए प्रशासन सतर्क और पूरी तरह तैयार हैं।
इस मॉक अभ्यास में एसपी अजय गणपति, एडीएम जयवर्धन शर्मा, वीसी के जरिए टनकपुर के एसडीएम आकाश जोशी, सीओ शिवराज सिंह राणा, लोक निर्माण विभाग के ईई एमसी पलड़िया, डीडीएमओ देवेंद्र पटवाल, एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडेय, सीवीओ डॉ. वसुंधरा गब्र्याल, डीडीओ दिनेश सिंह दिगारी, डीपीओ पीएस बृजवाल, एपीडी विम्मी जोशी, डीएसटीओ दीप्तकीर्ति तिवारी, जिला युवा कल्याण अधिकारी जसवंत खड़ायत सहित टनकपुर से अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहे। मॉक अभ्यास में राजस्व विभाग, पुलिस, एसडीआरएफ, जल पुलिस के जवान, चिकित्सा, पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी कार्मिक मौके पर मौजूद थे।

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