बाटनागाड़ में ब्रेकर का दूसरा दिन…सीमांत के गांवों का सड़क संपर्क कटा

बाटनागाड़ में आए मलबे से बढ़ी ग्रामीणों की मुसीबत
पूर्णागिरि धाम की यात्रा पर कल से लगी है रोक
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। बाटनागड़ क्षेत्र में आए मलबे का असर सिर्फ पूर्णागिरि धाम के तीर्थयात्रियों पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी (टीजे) रोड के पास के एक दर्जन से अधिक गांवों पर इसकी सीधी मार पड़ी है। सड़क बंद होने से नेपाल सीमा पर स्थित एसएसबी की बॉर्डर आउटपोस्ट के अलावा नेपाल सीमा से लगे करीब एक दर्जन गांवों का सड़क संपर्क मैदानी क्षेत्र टनकपुर से कट गया है। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों की मुसीबत बढ़ रही है।
पूर्णागिरि धाम को जाने वाला बाटनागाड़ क्षेत्र मलबा आने से 17 जून की रात से बंद है। इस वजह से पूर्णागिरि की तीर्थ यात्रा पर 18 जून से ही रोक लगा दी गई है। बाटनागाड़ में आए अवरोध का असर सिर्फ पूर्णागिरि यात्रा पर ही नहीं पड़ा है, बल्कि इससे टीजे रोड पर भी वाहनों के पहियों पर ब्रेक लग गए हैं। नेपाल सीमा से लगी इस रोड के बंद होने का असर सीमांत के एक दर्जन से अधिक गांवों पर पड़ा है। ठुलीगाड़, श्रीकुंड, कलढुं्रगा, चूका, खिरद्वारी, सीम, खेत, सहित एक दर्जन गांवों का तहसील मुख्यालय टनकपुर से सड़क संपर्क कट गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इसके चलते ना केवल खाद्यान्न सहित रोजमर्रा की समस्या पैदा हो गई है, बल्कि अस्पताल तक पहुंचने के रास्ते भी बंद हो गए हैं। सीमांत के इन गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं सिफर हैं। ऐसे में रोड बंद होने से ग्रामीणों को बीमार होने या आकस्मिक दुर्घटना होने पर टनकपुर के उप जिला अस्पताल आना होता है।
क्या कहते हैं अधिकारी:
बाटनागाड़ क्षेत्र में कल करीब एक किलोमीटर के दायरे में आए मलबे को हटाने का काम तेजी से हो रहा है। आज बृहस्पतिवार को मशीनों की संख्या भी बढ़ाकर 3 कर दी गई है। उम्मीद है कि कल 20 जून की शाम तक मलबा हटा लिया जाएगा।
लक्ष्मण सिंह सामंत,
सहायक अभियंता,
लोक निर्माण विभाग, टनकपुर।

चंपावत जिले में बंद हैं ये सड़कें:
1.टनकपुर-ककरालीगेट-ठुलीगाड़ (टनकपुर-जौलजीबी) सड़क।
2.लोहाघाट-पंचेश्वर सड़क।
चंपावत जिले की बारिश का आकड़ा 19 जून सुबह 8 बजे तक (मिलीमीटर में):
लोहाघाट: 05.00
बनबसा: 06.00

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