

चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र के अस्पताल के बुरे हाल, डॉक्टरों का टोटा, टनकपुर उप जिला अस्पताल में फिजिशियन, अस्थि रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक सहित कई महत्वपूर्ण पद खाली, भाजपा जिलाध्यक्ष दीप पाठक ने CM को भेजा ज्ञापन
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर के उप जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी मुश्किल पेश कर रही है। फिजिशियन, निश्चेतक, अस्थि रोग विशेषज्ञ और स्त्री रोग विशेषज्ञ के पद खाली हैं।
चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र का सबसे बड़ा अस्पताल टनकपुर में है, लेकिन इसके हाल ठीक नहीं है। मार्च 2025 को अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. वीके जोशी सेवानिवृत्त हुए, लेकिन ढाई माह बाद भी दूसरे अस्थि रोग विशेषज्ञ की तैनाती नहीं हुई है। वर्तमान में यहां के 2 डॉक्टरों का भी तबादला हो गया है। डॉ. जितेंद्र जोशी को चंपावत और डॉ. ज्ञानेंद्र यादव का स्थानांतरण श्रीनगर गढ़वाल हो गया है। इससे उप जिला अस्पताल टनकपुर की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। ऐसे में यहां के लोगों को इलाज के लिए हल्द्वानी, बरेली सहित दूसरे जिलों के अस्पताल की दौड़ लगाने को मजबूर होना पड़ रहा है। टनकपुर उप जिला अस्पताल में इस वक्त फिजिशियन व स्त्री रोग विशेषज्ञ के दो-दो पद, चर्म रोग विशेषज्ञ, निश्चेतक, ईएनटी सर्जन के एक- एक और चिकित्सा अधिकारी के तीन पद रिक्त हैं।
BJP नेता पाठक ने उठाई आवाज:
भारतीय जनता पार्टी के चंपावत के पूर्व जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीप चंद्र पाठक ने डॉक्टरों के खाली पदों पर तैनाती करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। कहा कि चंपावत जिले में सर्वाधिक आबादी वाले मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा दोनों अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी से स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। ज्ञापन में बिना प्रतिस्थानी डॉक्टरों के स्थानांतरण नहीं करने एवं सभी खाली पदों पर चिकित्सकों की तैनाती का आग्रह किया गया है।


