

चंपावत जिले में डीएच के अलावा लोहाघाट व टनकपुर के उप जिला अस्पताल में हुई मॉक ड्रिल
वेंटिलेटर, आईसीयू, ऑक्सीजन प्लांट, एंबुलेंस, एंटिजन किट आदि का परीक्षण हुआ
देश के कई हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए किया गया मॉक ड्रिल
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट/टनकपुर। देश के कई हिस्सों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने बचाव की तैयारी तेज कर दी है। व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने का प्रयास किया जा रहा है। आज 4 जून को चंपावत जिले के तीन अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर तैयारियों का जायजा लिया गया। करीब 10 मिनट तक चले मॉक ड्रिल में कोरोना पॉजिटिव वाले एक डमी मरीज को एंबुलेंस से अस्पताल लाने से लेकर परीक्षण व अन्य जरूरी जांच की गई। अस्पताल में ये सारी कवायद सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के अनुसार की गई।
कोरोना काल में 2021 में इलाज और ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची थी। 4 जून को एंबुलेंस से कोरोना संक्रमित एक मरीज को अस्पताल लाया गया। जांच और परीक्षण के बाद यह कवायद पूरी की गई। मॉक ड्रिल के दौरान आइसोलेशन वार्ड, ऑक्सीजन प्लांट, आईसीयू, एंटीजन परीक्षण आदि की जांच की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि चंपावत जिले में तीन (जिला अस्पताल, लोहाघाट और टनकपुर उप जिला अस्पताल) अस्पतालों में मॉक ड्रिल कर तैयारियों को जांचा गया। बताया कि इन तीन अस्पतालों के अलावा पाटी और बाराकोट में एंटीजन परीक्षण की सुविधा है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में टेस्ट किट है। किसी के कोरोना संक्रमित होने पर अगर जिले से रेफर करने की जरूरत हुई, तो उसे हल्द्वानी भेजा जाएगा। सभी प्रमुख अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। चंपावत जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्साधीक्षक डॉ. हीरा सिंह ह्यांकी, लोहाघाट की डॉ. सोनाली मंडल और टनकपुर के सीएमएस डॉ. घनश्याम तिवारी के नेतृत्व में हुए मॉक ड्रिल में डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।



