रेलवे के नोटिस से सकते में लोग…कार्रवाई का विरोध

टनकपुर में रेलवे के अतिक्रमण की जद में आने वाले दुकानदार और भवन स्वामियों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
हस्तक्षेप कर दुकानों और भवनों को तोड़ने से रोकने के लिए हस्तक्षेप का किया आग्रह
22 मई को 150 से अधिक लोगों को नोटिस देकर 7 दिन के भीतर रेलवे भूमि को खाली करने के दिए आदेश दिए थे
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर में रेलवे की जमीन में हुए अतिक्रमण को ढहाने के नोटिस से हड़कंप मचा हुआ है। नोटिस से सकते में आए दुकानदारों और भवन स्वामियों ने आज 23 मई को CM कैंप कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में दुकानों और भवनों को तोड़ने से रेल विभाग को रोकने के लिए हस्तक्षेप का आग्रह किया गया है।
रेलवे विभाग ने रेलवे स्टेशन मार्ग के नजदीक से लेकर रोडवेज बस स्टेशन के पास और मछली झाले के आसपास की रेलवे की भूमि में आ रहे 150 से अधिक अतिक्रमण को हटाने के लिए दुकानों और मकानों में नोटिस चस्पा किए थे। नोटिस में 7 दिन केभीतर अतिक्रमण नहीं हटाने पर प्रशासनिक कार्रवाई कर रेलवे विभाग की ओर से अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी गई थी।
रेलवे विभाग की ओर से नोटिस चस्पा किए जाने के बाद से रेलवे की भूमि में रह रहे लोग सकते में आ गए। एक दिन बाद 23 मई को नोटिस पाने वाले दुकानदारों और भवन स्वामियों ने इस कदम को गैर कानूनी बताया। कहा कि इससे ना केवल दुकानदारों की रोजी-रोटी छिन जाएगी, बल्कि बड़ी तादात में लोग बेघर भी हो जाएंगे। कहा गया कि टूटने वाली दुकानों में निजी और नगरपालिका के किराये की दुकाने हैं। जिसका कई दशक से ये दुकानदार पालिका को किराया दे रहे हैं।
सभासद वकील अहमद, दिलदार अली व सभासद हसीब अहमद, निवर्तमान सभासद योगेश पांडेय, राम प्रसाद, जवाहर लाल, मुन्ना, बबलू, सुशीला, सेवाराम, कृष्णा, अमरदीप प्रजापति, शैलू सक्सेना, देवेंद्र, नरेश कुमार, राजकुमार, शुभम, नरेंद्र सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह कनवाल, युगल पंत, संगीता शर्मा, वीरेंद्र शर्मा, कोमल गिरी, रामसरन, पदमावती, प्रभात पंत, गीता पंत, मीना पंत, दीप्ति पंत आदि के हस्ताक्षर हैं। CM के अलावा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को भी ज्ञापन भेजा गया है।

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