WINE फैक्ट्री को हरी झंडी…उत्तराखंड की पहली फैक्ट्री सिन्याड़ी में

मुख्य रूप से माल्टा, संतरा, बुरांश, काफल, आम, लीची, आडू़, पुलाम, नाशपाती से बनेगी वाइन फलों से निर्मित होने वाली वाइन की फैक्टरी से किसानों के उत्पादों को होगा लाभ
चंपावत जिले के सिन्याड़ी की वाइनरी को 8 मई को उत्पादन का लाइसेंस जारी
फलों की उपलब्धता कराने को लेकर वाइन कंपनी का महिला विकास संकुल संघ खर्ककार्की से करार हुआ
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड की पहली वाइन फैक्टरी को अंततः हरी झंडी मिल गई है। आज 8 मई को चंपावत के कलक्टर नवनीत पांडे ने फैक्टर को उत्पादन का लाइसेंस दे दिया। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिन्याड़ी में ये फैक्टरी खुल गई है और अगले दो महीनों में बाकायदा उत्पादन शुरू हो जाएगा।
तकनीकी टीम के 3 मार्च के मुआयने की अनुकूल रिपोर्ट के बाद आज 8 मई को चंपावत के कलक्टर ने वाइन फैक्टरी का उत्पादन लाइसेंस जारी कर दिया है। जिला आबकारी अधिकारी आरएल साह ने बताया कि Golden Fun Foods & Beverages Privat Limited को वाइन उत्पादन का लाइसेंस दिया गया है। फैक्टरी के उत्पादन की क्षमता एक हजार केएल है। फलों से बनने वाली वाइन में 11 से 13 प्रतिशत अल्कोहल होता है। मुख्य रूप से नौ (माल्टा, संतरा, बुरांश, काफल, आम, लीची, आडू़, पुलाम, नाशपाती) फलों से वाइन निर्मित होगी। महिला विकास संकुल संघ खर्ककार्की चंपावत से वाइन कंपनी का फलों की उपलब्धता कराने को लेकर करार (MOU) हुआ है।
अगले 2 महीने में सिन्याड़ी की वाइन फैक्टरी से उत्पादन शुरू हो जाएगा। इस फैक्टरी के संचालन से पहाड़ में फलों की खेती बढने के साथ किसानों को भी अच्छे दाम मिलेंगे। अंगूर, नाशपाती, सेब और सिटरस फल उत्पादकों को बाजार मिलने से बेहतर दाम मिलने से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों की कारोबारी गतिविधियां बढ़ेंगी, बल्कि क्षेत्रीय लोगों को भी रोजगार के मौके मिलेंगे।

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