बारिश से खौफ में नकेना वाले…मलबे से रोड बंद

rआपदा से बचाव के काम में सुस्ताई की मढ़ी तोहमत
सितंबर 2024 में आई आपदा में नकेना में हुई थी 2 लोगों की मौत
विभाग का दावा-हो रहे बचाव और विस्थापन का हो रहा काम
देवभूमि टुडे
चंपावत/मटियानी। सितंबर 2024 में आई आपदा में मरियानी के नकेना तोक में 2 लोगों की मौत हुई थी। पिछले साल से खौफ में आए ग्रामीण आज 3 मई को मामूली बारिश से सिहर उठे। ग्रामीणों का कहना है कि बारिश से गांव के एक हिस्से में मलबा आने से लोग दहशत में आ गए। बारिश से मटियानी-नकेना रोड भी बंद हो गई।
पिछले साल की भारी आपदा में ना केवल मकान और खेतों को नुकसान हुआ, बल्कि दो (शांति देवी और जगदीश सिंह) लोगों की मौत भी हो गई थी। जगदीश सिंह के भाई राजेंद्र सिंह ने फोन पर बताया कि आज की बारिश से आए मलबे से लोग फिर से डरे हुए हैं। खेतों में भी मलबा घुस गया है। साथ ही मटियानी से नकेना को जाने वाली सड़क भी बंद हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले साल की आपदा के जख्मों पर अभी भी पूरी तरह मरहम नहीं लगा है। सरकारी मदद से आसपास के गांव में मकान बनाने का काम तो चल रहा है, लेकिन खेतों में हुए भारी नुकसान के बचाव के लिए कोई प्रभावी उपाय नहीं किया जा सका है। बचाव के प्रभावी उपाय नहीं होने से लोगों की नींद उड़ी हुई है।
वहीं चंपावत के DDMO (जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी) देवेंद्र पटवाल ने बताया कि रोड से मलबा हटाने के लिए लोनिवि को निर्देश दिए गए हैं। पिछले साल आपदा की चपेट में आए नकेना गांव में 12 परिवारों का विस्थापन किया गया है। भवन निर्माण के लिए 4 लाख रुपये की राशि की पहली किश्त दी गई है। आपदा से बचाव और कृषि भूमि को सुरक्षित रखने के उपाय किए जा रहे हैं। नाले का प्रस्ताव भी भेजा गया है।

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