


चंपावत में आतंकियों व पाक पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए पुतला फूंका
आतंक का ना कोई धर्म ना कोई रंग, वे इंसानियत के दुश्मन
देवभूमि टुडे
चंपावत। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुई आतंकी वारदात के खिलाफ लोग अब भी गुस्से में है। इस घटना में 2 विदेशियों सहित कुल 26 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी। आतंकियों द्वारा अंजाम दिए गए इस जघन्य कांड के विरोध में चयावत में 25 अप्रैल की शाम को भी आक्रोश जताया गया। विरोध जताने वालों में मुख्य रूप से मुस्लिम समाज के लोग थे। चंपावत में व्यापार संघ के बैनरतले मुस्लिम व्यापारियों ने आतंकवाद और पाकिस्तान का पुतला दहन किया। उनका कहना था कि आतंक का कोई धर्म या रंग नहीं होता। मुस्लिम समाज के लोगों ने आतंकवादियों और पाकिस्तान के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने का सरकार से आग्रह किया है। चंपावत व्यापार संघ महामंत्री हरीश सक्टा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष सनी वर्मा, पूर्व सभासद भगवत शरण राय, अयूब अहमद, अबरार, नाजिर सिद्दीकी, रईस अहमद, परवेज, युसूफ, मोहम्मद रफीक, जाफर, जगदीश जोशी, दिनेश जोशी नवीन सुतेड़ी, विक्की, परवेज आदि शामिल थे।
एक ओर जहां आतंकियों ने कलमा ना पढ़ने वालों को जघन्य तरीके से मौत के घाट उतारा, वहीं पर्यटकों के एक मुस्लिम गाइड नजाकत अहमद शाह ने पहलगाम आए छत्तीसगढ़ के 11 पर्यटकों की जान बचाई। जबकि आतंकवादियों से बंदूक छिनने की कोशिश करते एक अन्य मुस्लिम व्यक्ति 29 वर्षीय आदिल हुसैन की इस आतंकी हमले में जान चली गई।


