


चंपावत में जनाक्रोश रैली निकाल किया प्रदर्शन
बहुसंख्यकों के साथ उत्पीडऩ नहीं होगा बर्दाश्त
देवभूमि टुडे
चंपावत। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसक वारदातों से आहत हिंदूवादी संगठनों ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को आड़े हाथों लिया। चंपावत में आज 19 अप्रैल को जनाक्रोश रैली निकाल बंगाल की सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई। मुख्य वक्ता मानेश्वर महादेव मंदिर के महंत धर्मराज नंद पुरी ने कहा कि बंगाल में हिंदुओं के साथ ममता सरकार दूसरे दर्जें के नागरिकों का बर्ताव कर अपमानित और प्रताड़ित कर रही है। हिंदू पूरी तरह असुरक्षित हो गए हैं। वक्फ संशोधन कानून के विरोध में मुर्शिदाबाद में हुई हिंसक वारदात में तीन लोगों की मौत और 15 लोग जख्मी हो चुके हैं।
बाद में डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज पश्चिम बंगाल की हिंसक वारदातों की सीबीआई या न्यायिक आयोग द्वारा जांच कराने, राष्ट्रपति शासन लगाने, पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने सहित पांच मांगें की गई। सभा को उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय, विश्व हिंदू परिषद जिलाध्यक्ष मोहित पांडेय आदि ने संबोधित किया। बाद में डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेज पश्चिम बंगाल की हिंसक वारदातों की सीबीआई या न्यायिक आयोग द्वारा जांच कराने, राष्ट्रपति शासन लगाने, पीडि़त परिवारों को मुआवजा देने सहित पांच मांगें की गई।
RSS के जिला संघ चालक मोहन जोशी, बची सिंह पुजारी, भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद सामंत, भाजयुमो जिलाध्यक्ष गौरव पांडेय, सुनील पुनेठा, तुलसी प्रसाद ओली, सभासद मणिप्रभा तिवारी, नंदन तड़ागी, सनी वर्मा, हीराबल्लभ उप्रेती, प्रकाश नाथ, मनोज तड़ागी, एकल अभियान के ललित देउपा सहित कई लोग मौजूद थे।






