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उप्र के सिंचाई मंत्री को फोन कर बनबसा बैराज पुल को खोले जाने की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने बनबसा में सिंचाई अधिकारियों के साथ बैठक की
देवभूमि टुडे
चंपावत/बनबसा। उत्तराखंड इस साल 9 नवंबर को स्थापना की रजत जयंती मनाएगा, लेकिन इतनी अवधि के बाद भी पैतृक राज्य उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों का बंटवारा नहीं हो सका है। इसे लेकर अब भी बस बात ही हो रही है। उत्तराखंड के सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित सभी मामलों के प्रस्ताव तैयार करने के सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। 26 फरवरी को जिले के प्रवेशद्वार बनबसा में उप्र कैनाल के गेस्ट हाउस में उप्र और उत्तराखंड के सिंचाई विभाग के अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि वे इस संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता करेंगे।
बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री से फोन पर वार्ता कर मंत्री महाराज ने उप्र के अधीन भारत और नेपाल को जोड़ने वाले शारदा बैराज पुल पर यात्रियों के भारी आवागमन को देखते हुए पुल को खोले जाने की समय सीमा बढ़ाने का आग्रह किया। कहा कि नेपाल से विशेष परिस्थितियों में आने वाले लोगों एवं एंबुलेंस आदि के मामले में समय की पाबंदी को समाप्त किया जाए। इस वक्त हर दिन 5 बार में कुल 7 घंटे तक यह पुल आवाजाही के लिए खुलता है। सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने टनकपुर स्थित एनएचपीसी के एक अन्य पुल को भारी वाहनों के लिए खोलने के भी निर्देश दिए।
मंत्री ने बैठक के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन राज्य मंत्री अजय टम्टा से वार्ता कर टनकपुर में बन रही ड्राई डॉग रोड को भी आवागमन के लिए शीघ्र चालू करने का अनुरोध किया। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को निर्देश दिए कि नानकमत्ता के नानक सागर में नौकायन के लिए शीघ्र जेटी (Jetty) निर्माण की इजाजत दी जाए। मंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बनबसा स्थित भारत-नेपाल सीमा शारदा बैराज पर पोंटून पुल (Pontoon bridge) की संभावनाओं पर भी विचार किया जाए। बैठक में मुख्य अभियंता हल्द्वानी संजय शुक्ला, मुख्य अभियंता अल्मोड़ा संजय श्रीवास्तव, बनबसा शारदा हेडवर्कस के सहायक अभियंता प्रशांत कुमार वर्मा, सिंचाई विभाग हरिद्वार के विजयकांत मौर्य, ऊधमसिंह नगर के अधीक्षण अभियंता प्रमोद दीक्षित, पिथौरागढ़ के मनोज सिंह, चंपावत के तरुण बंसल, सितारगंज के आनंद नेगी, रुद्रपुर के भरत सिंह डांगी आदि अधिकारी मौजूद थे।
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