‘शारदा स्टोन क्रशर कर रहा शोषण’…CM को भेजा ज्ञापन

मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने लगाया आरोप, आंदोलन की दी चेतावनी
28 जनवरी से 4 दिन तक हुआ था खनन निकासी का बहिष्कार
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर क्षेत्र के खनन कारोबार पर फिर खतरा मंडरा रहा है। मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन और क्रशर स्वामियों के बीच 1 फरवरी को हुए समझौते का पालन नहीं करने के आरोपों के बाद ये हालात पैदा हुए हैं। मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने एक क्रशर पर पूर्व में निर्धारित दाम नहीं देने का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। इसे लेकर मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में ज्ञापन दिया गया है।
शारदा क्षेत्र के खनन कारोबारियों ने 28 जनवरी से खनन निकासी का बहिष्कार किया था। खनन निकासी ठप होने के बाद सुलह की कोशिशें हुईं। CM कैंप कार्यालय में 1 फरवरी को क्रशर स्वामियों और खनन एसोसिएशन के बीच हुए समझौते में 55 रुपये क्विंटल खनन सामग्री लेने पर रजामंदी हुई थी। जिसके बाद शारदा नदी क्षेत्र से खनन निकासी शुरू हुई। लेकिन अब फिर से एक स्टोन क्रशर पर शर्तों का पालन नहीं करने के आरोप लगे हैं। मां शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अमन ठाकुर के नेतृत्व में CM कैंप कार्यालय के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में टनकपुर क्रशर मालिक पर वाहन स्वामियों के शोषण का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि शारदा स्टोन क्रशर समझौते को नकारते हुए 4500 रुपये के बजाय ज्यादातर ट्रक स्वामियों को महज 3 हजार रुपये दे रहा हे। अलबत्ता कुमाऊं स्टोन क्रशर समझौते के अनुरूप भुगतान कर रहा है।
वहीं सीम-चूका से 15-15 वाहन खनन सामग्री क्रशर में गिराने की बात हुई थी, लेकिन इस शर्त की धज्जियां उड़ाने का आरोप शारदा खनन ट्रक एसोसिएशन ने लगाया है। एसोसिएशन का कहना है कि इससे खनन से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुडे़ हजारों परिवारों पर मार पड़ रही है। एसोसिएशन ने समस्या का समाधान करने का आग्रह किया है। साथ ही ऐसा नहीं होने पर शारदा क्षेत्र के खनन से जुडे़ लोगों के सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है। ज्ञपन में अध्यक्ष के अलावा कमर सिंह, नसीब हुसैन, मुशर्रफ, रोशन आदि के हस्ताक्षर हैं।

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