खनन कार्य छोड़ 4 दिन से धरना दे रहे खनन कारोबारी, सीएम कैंप कार्यालय में सुलह की कोशिश नाकाम
खनन सामग्री की दरों और बाहरी क्षेत्रों से आ रही ओवरलोड सामग्री पर रोक लगाने की हो रही मांग
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। 4 दिन से धरना दे रहे खनन कारोबारी और क्रशर संचालकों के बीच आज 31 जनवरी को बात तो हुई, लेकिन बात बनी नहीं। मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में दोनों पक्षों की बैठक किसी नतीजा पर नहीं पहुंच सकी। वार्ता विफल होने के बाद खनन कारोबारियों ने फिर से धरना शुरू कर दिया। खनन कारोबारियों ने क्रशर संचालकों पर मनमाना रूख अपनाने का आरोप लगाया है।
खनन सामग्री के सही दाम और बाहरी क्षेत्रों से ओवरलोड खनन सामग्री खरीदे जाने से खिन्न खनन कारोबारी पिछले 4 दिन से तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इससे शारदा नदी से खनन निकासी भी नहीं हो पा रही है। गतिरोध समाप्त करने के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में दोनों पक्षों को वार्ता की मेज पर बिठाया तो गया, लेकिन हल नहीं निकल सका। 28 जनवरी से आंदोलन कर रहे खनन कारोबारियों ने क्रशर संचालकों पर मनमानी का आरोप लगाया है। कहा कि उप खनिज मनमाने दाम पर खरीदने से वाहन स्वामियों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। आरोप लगाया कि क्रशर में अन्य क्षेत्रों से ओवरलोड खनन सामग्री मनमाने दरों पर खरीदी जा रही है। जबकि शारदा नदी से स्थानीय कारोबारी निर्धारित वजन से ही सामग्री ला पा रहे हैं। ज्यादा सामग्री लाने पर उनके वाहन धर्मकांटे पर वन निगम द्वारा लॉक कर दिए जा रहे हैं। कारोबारियों ने मानकों के विपरीत चल रहे दोनों क्रशरों की जांच कर बंद करने की मांग भी दोहराई।
वार्ता नाकाम होने के बाद शक्तिमान यूनियन के अध्यक्ष अमन ठाकुर के नेतृत्व में खनन कारोबारियों ने नारेबाजी करते हुए फिर से धरना शुरू कर दिया। बैठक में क्रशर स्वामी अनुज अग्रवाल व अमित सिंह, शक्तिमान यूनियन के अध्यक्ष अमन ठाकुर, उपाध्यक्ष नसीब हुसैन, संजय मिश्रा, अशोक मुरारी, नवीन जोशी, दीपक सुयाल, शहरोज हुसैन, अबरार हुसैन, सैफ अली, रोशन अली, हसन अली, मुशर्रफ सोहिल, सलमान अली, भीम सिंह, नजीर हुसैन, अहमद हुसैन आदि शामिल थे।
पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने दिया समर्थन:
चंपावत/टनकपुर। खनन कारोबारियों के आंदोलन को वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल ने समर्थन दिया है। पूर्व विधायक खुद भी 31 जनवरी को धरने में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि क्रशर स्वामियों व खनन कारोबारियों में पैदा हुए गतिरोध से खनन कार्य नहीं हो रहा है। इससे कारोबारियों को तो नुकसान हो ही रहा है, सरकार को भी राजस्व की हानि हो रही है। खर्कवाल ने जल्द से जल्द उचित वाजिब समाधान निकालने की मांग की है।