


26 जनवरी की रात हुए वाकये की वजह का पता नहीं, 1500 वर्ग मीटर क्षेत्र में आग लगने से हुआ 20 लाख से अधिक का नुकसान
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंपावत से करीब 22 किलोमीटर दूर स्वांला के पास भूस्खलन से बचाव के लिए बनाए गए वायरमैट (लोहे की ड्रिल के साथ बनी जूट की जाली) में 26 जनवरी की रात करीब सवा 8 बजे आग लग गई। यद्यपि नुकसान का आकलन नहीं हुआ है, लेकिन आग लगने से लाखों रुपयों के नुकसान का अनुमान है। ग्रामीणों के सहयोग और 35 किलोमीटर दूर लोहाघाट से पहुंची अग्निशमन की टीम व पुलिस की टीम ने भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। 1500 वर्ग मीटर पर आग लगने से काफी नुकसान हुआ है। इस स्थान से कुछ ऊंचाई पर ग्रामीणों के घर और घास के लुट्टे भी थे। अलबत्ता समय रहते आग पर काबू पाने से बड़ा हादसा टल गया। आग लगने की वजह का अब तक पता नहीं चल सका। पुलिस के मुताबिक रविवार देर रात राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वांला के समीप पहाड़ी ट्रीटमेंट के लिए लगाई गई वायर मैट में अचानक भीषण आग लग गई। वायरमैट का ज्यादातर हिस्सा जलने से लाखों रुपयों का नुकसान हुआ है। लोहाघाट से अग्निशमन दस्ता और चल्थी पुलिस चौकी के प्रभारी निर्मल लटवाल के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से करीब दो घंटे बाद आग पर काबू पाया गया। आग बुझाने में ग्रामीण ललित भट्ट, रवीश चंद्र, प्रेम बल्लभ भट्ट, चंद्रमणि भट्ट, जगदीश भट्ट, दिनेश भट्ट, पंकज भट्ट आदि ने सहयोग किया। NH खंड के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार ने बताया कि आग लगने की वजह और आग से हुए नुकसान का अभी पता नहीं चल सका है। वहीं निर्माण करा रही केसीसी कंपनी ने आग से लगने से करीब 20 लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। अंदेशा जताया जा रहा है कि कुछ शरारती तत्वों ने इस हरकत को अंजाम दिया होगा। बताए कि काम लगभग पूरा हो है। विभाग को हस्तांतरण करने की प्रक्रिया की जा रही थी। लेकिन आग लगने से अब ये प्रक्रिया लटक गई है।




