चंपावत के पास के गांवों में बाघ की दहशत के बीच उठाया कदम
बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 3 कैमरा ट्रैप लगाने के साथ ही गश्त भी बढ़ाई
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले के पहाड़ी अंचल में आबादी वाले डिगडई क्षेत्र में बाघ दिखने से लोगों में खौफ है। अलबत्ता लोगों की हिफाजत के लिए वन विभाग ने कई कदम उठाए हैं। महकमे ने ग्रामीणों को जंगल में जाने से परहेज करने की नसीहत दी है।
चंपावत के पास के डिगडई के पास के आबादी वाले इलाके में कल 14 जनवरी को चार (चंपावत, लोहाघाट, भिंगराड़ा व देवीधुरा) वन रेंजों की सीमा से लगे क्षेत्र में कल 14 जनवरी को ग्रामीण इलाके में एक बाघ के दिखने से क्षेत्र में दहशत है। इससे पूर्व भी 8 जनवरी को इसी क्षेत्र के आसपास एकहथिया नौले के समीप के एक जंगल में एक नर बाघ का शव मिला था। सामाजिक कार्यकर्ता गुमान सिंह मेहता ने बताया कि बाघ ने एक दिन पहले 13 जनवरी को एक मवेशी को भी मार डाला था। बाघ के नजर आने से लोग दहशत में हैं।
वहीं अब वन विभाग ने भी एहतियाती कदम उठाए हैं। प्रभागीय वनाधिकारी नवीन पंत ने कल मंगलवार को मौका-मुआयना कर हालात का जायजा लिया था। बाघ की हलचल को कैद करने के लिए 3 कैमरा ट्रैप लगाए जा चुके हैं। साथ ही विभाग ने गश्त भी बढ़ाई है। और अब विभाग ने आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों से जंगल नहीं जाने की अपील की है। और अगर गांव के वीरान क्षेत्र में जाना भी हो, तो झुंड में दिन के वक्त जाने की हिदायत दी है।