चंपावत वन प्रभाग के चार रेंजों की सीमा से लगा है यह मामला
DFO ने क्षेत्र का मुआयना किया, ग्श्त बढ़ाने के साथ ही बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए 3 कैमरा ट्रैप लगाए गए
8 जनवरी को ढकना में एकहथिया नौले के पास एक नर बाघ का शव मिला था
अब पास ही डिगडई क्षेत्र में नजर आया बाघ
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले के पहाड़ी क्षेत्र में आबादी के पास बाघ दिखने से लोगों में दहशत है। चंपावत वन प्रभाग के चार (चंपावत, लोहाघाट, भिंगराड़ा व देवीधुरा) रेंजों की सीमा से लगे क्षेत्र में आज 14 जनवरी को ग्रामीण इलाके में एक बाघ के दिखने से क्षेत्र में दहशत है। अलबत्ता जानकारी मिलने के बाद वन विभाग एहतियाती कदम उठा रहा है। DFO ने क्षेत्र का मुआयना किया। साथ ही बाघ की हलचल को कैद करने के लिए 3 कैमरा ट्रैप लगाए गए हैं।
चंपावत के पास के डिगडई गांव के पास 14 जनवरी को कुछ ग्रामीणों को बाघ दिखा। ये इलाका भले ही चंपावत वन क्षेत्र में है, लेकिन चंपावत के अलावा तीन अन्य रेंजों से लगा है। खौफजदा ग्रामीणों ने बाघ के मूवमेंट की जानकारी वन विभाग को दी। जिसके बाद विभाग हरकत में आया। भिंगराड़ा के वन क्षेत्राधिकारी हिमालय सिंह टोलिया का कहना है कि जिस जगह पर बाघ नजर आया, वह स्थान चार रेंजों की सीमा से लगा है। इसके चलते सभी जगह विशेष सावधानी बरती गई है। प्रभागीय वनाधिकारी नवीन पंत ने खुद मौका-मुआयना कर हालात का जायजा लिया।
8 जनवरी को इसी क्षेत्र के आसपास एकहथिया नौले के समीप के एक जंगल में एक नर बाघ का शव मिला था। ऐसे में अंदेशा लगाया जा रहा है कि आज नजर आया बाघ मृत बाघ का साथी हो सकता है। कैमरा ट्रैप लगाने के अलावा सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग ने गश्त भी बढ़ाई है।